अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
भैये,कहावत तो कहावत है ओर इस से बेहतरीन कोइ हथियार नही भडास निकालने का। याद आता है जब बचपन में अम्मा को डांटना होता था तो कहावत की मार सबसे ज्यादा पडती थी।जय जय भडास
भैये,
ReplyDeleteकहावत तो कहावत है ओर इस से बेहतरीन कोइ हथियार नही भडास निकालने का। याद आता है जब बचपन में अम्मा को डांटना होता था तो कहावत की मार सबसे ज्यादा पडती थी।
जय जय भडास