14.7.08

माँ

मुझ से दूर ही रह रही हैं
माँ की चिता से उठती लपटें
मैं स्फुलिंग से डरता था
माँ को अब तक यह याद है
प्रणव सक्सेना
स्फुलिंग -चिंगारी

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