2.10.08

गरीबी रेखा

नीचे वाले गरीबी रेखा
के दिन काट रहे हैं
और ऊपर वाले
मजे से दूध मलाई
चाट रहे हैं

2 comments:

  1. तभी तो कहते हैं की
    " माल मारे गोरखनाथ और भभूत लपेटे चेला."
    जय जय भड़ास

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