अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
5.10.08
कुत्ता उड़ाए माल
----- चुटकी----- नौकर खाए सूखी रोटियां कुत्ता उड़ाए माल, एक ही घर में रहते दोनों कौन किस से करे सवाल। धर्मगुरु सब कहते हैं यही है उसका न्याय जिसके जितना लिख दिया वह उतना ही पाए। --------******------- -------गोविन्द गोयल
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