अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
11.11.08
आज फ़िर मेरी चाबी नहीं लगी
आज फ़िर मैंने अपनी किस्मत को आजमाया सोचा शायद अन्तिम दिन मेरी किस्मत चमक जाय लेकिन शायद महिंद्रा लोगोन को मेरा साथ गवारा नहीं था इसी लिए बहुमत के पक्ष मैं फ़ैसला गया और मेरे हाथ से महिद्रा लोगोन फिसल गई
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