अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
1.12.08
सब माफ़ करे
यशवंत जी क्या जो पोस्ट मैंने डाली है ''एक हिसाब किताब हिंदुस्तान की तबाही '' का बह किसी भावनाओ को भड़काने वाली थी अगर ऐसा हुआ है तो मैं आपको बात दू की मेरा ऐसा कोई इरादा नहीं था सो माफ़ कीजिये आपका छोटा भाई संजय सेन सागर
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