26.1.09

लड़ के पाए हैं आज़ादी हम दोस्तों

ये हमारा वतन हमको प्यारा वतन
इससे ज्यादा हमें कोई प्यारा नहीं

लड़ के पाए हैं आज़ादी हम दोस्तों
होके आज़ाद लड़ना गवारा नहीं

हम लड़े हैं सदा धर्म पर जाति पर
बांटना देश को अब दोबारा नहीं

ये हमारा वतन हमको प्यारा वतन
इससे ज्यादा हमें कोई प्यारा नहीं

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