अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
sach kaha dost....
बहुत घटिया और टुच्च किस्म की लाइनें हैं चंडू चैनल
sir aacha likha hai aapne
sach kaha dost....
ReplyDeleteबहुत घटिया और टुच्च किस्म की लाइनें हैं
ReplyDeleteचंडू चैनल
sir aacha likha hai aapne
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