चुनाव आयोग ने वरुण गान्धी को टिकट ना देने की सलाह देकर अपने आप को पता नहीं क्या साबित करना चाहता है। ना जाने कितने ऐसे "नेता" हैं जिन पर दर्जनों आपराधिक मुकदमें चल रहें हैं। उनके चाल चलन पर उंगुलियां उठतीं हैं। इसके बावजूद वे चुनाव लड़तें हैं,जीतकर विधायक,सांसद बन जाते हैं। चुनाव आयोग इनको टिकट दिलाने से क्यों नही रोकता। मीडिया में बार बार ऐसे "नेताओं" के बारे में बताया और दिखाया जाता है। चुनाव आयोग चुप्प। इसका तो सीधा सा यही मतलब है कि बस हिन्दुओं के पक्ष में बात करने वाला ही सबसे बड़ा देशद्रोही है। हिन्दुओं की वकालत करने वाला साम्प्रदायिक है। हिंदू हित की बात करने वाला विधायक या सांसद बनने के लायक नहीं। हिन्दुओं के बारे में सोचना भी गुनाह है। ऐसी क्या कमी है हिन्दुओं में? क्या जुल्म कर दिया हिन्दुओं ने? इंसान अपने भले की बात भी ना करे। यह कैसा वातावरण है? यह कोई किसी की चाल तो नहीं? मुस्लिम समाज की वकालत करने वाले नेता वन्दनीय और पूजनीय हो गए।हिंदू की बात करने वाला साम्प्रदायिक। कितनी हैरानी की बात है कि देश के कई कानून केवल हिन्दुओं पर ही लागू होतें हैं। कानून भी जाति,धर्म के अनुसार लागू किए जा रहें हैं। हिंदू-मुस्लिम भाई भाई हैं तो भेद-भाव क्यों? दोनों को सभी जगह समानता क्यों नहीं मिलती? अगर कोई इस बारे में बात करता है तो देश में बवाल क्यों मचाया जाता है। सही बात करने वाले की पीठ थपथपाई जानी चाहिए। यहाँ चुनाव आयोग सलाह देते हैं कि उसको टिकट ना दी जाए। चुनाव आयोग जी थोडी सलाह मुलायम सिंह यादव,लालू प्रसाद यादव,मायावती,राम बिलास पासवान,अमर सिंह जैसों को भी दे दो आपका क्या घट जाएगा। इस देश में तो अब नया नारा होना चाहिए--
जो हिंदू विरोधी
बात करेगा,
वही देश पर
राज करेगा।
Hu hu,
ReplyDeleteHindu to aapas mein hi itne bante huye hai ki, koi ek neta hindu ka ho hi nahi sakta.
but I am not Hindu, I am sanatan Dharmi.
manmohan ko urdu aati hai par sanskrut ke baare mein nahin pata.
Sashi thuroor jo mahabharat ko mangaranth kahani manta hain woh congress ke ticket par election lad raha hain,
yeh to jaswant singh hai woh gaandu loksabha ka chunav to jeet nahin sakta par bjp ka kay yeh jawaien lagta hai jo har meeting mein nazar aa jaata hai.
Advani ji Modi Ji se pata nahin kyon competetion Karte hai.
Aare Ek Baar Modi Ji PM Ban gay to hi sahi tarah se Sardar Patel wapas milega.
Jai Bharat
वरुण का भाषण बेहद शर्मनाक है लेकिन इसके साथ ही आपका लेख बिल्कुल सही है जो देश की सभी विडंबनाओं का खाका सबके सामने रखने में कामयाब हुआ है..लेकिन दोस्त बहाना वरुण का लिया यही गलती भारत के हर हिन्दूवादी संगठन करते हैं जो आपने की लोकतंत्र में अपनी बात रखने के लिए किसी जेनविन मुद्दे को लोना चाहिए ताकि पूरी तरह से आप विरोधियों को परास्त कर सको लूज एक्ज़ाम्पल कभी नहीं लेना चाहिए वरुण के उदाहरण से चर्चा भटक जाएगी जो आप सहना चाहते हो वो पीछे चला जाएगा वरुण जैसा बेवकूफ केस आगे आ जाएगा....बाकी सब आपकी तरह.....साधूवाद
ReplyDeletevastav me is samay maahol to yahi hai .
ReplyDeleteaaj kal log apne ko hindu kahte hue darne lage hai.ki kahin vot daalne ka adhikar khatm na ho jaye.
ReplyDeleteवरुण अपने अस्तित्व की लडाई लड़ रहे है .जिस् तरह से राहुल प्रियंका ने इंदिरा जी की विरासत को हाई-जैक कर लिया हे. वरुण इश तरह के बयान देकर राष्ट्रीय सतर पर पहचान बनाने की कोशिश कर रहे हे लगता तो यही हे की वरुण इस में कामयाब भी हो गए हे.
ReplyDeleteyahi to hamare bharat desh ki mahanta hai.. sala koi kuch bhi bakwas bol deta hai.. bhale hi wo asanwedhanik ho. sala kya fark padta hai!! Desh isi tarah barbad hota rahega.... Aur ye sale bhadwe log isi tarah gandi rajniti karte rahenge....
ReplyDelete100 me se 99 beimaan..
fir bhi mera bharat mahan!!!
are bhiya varun is desh ka hindu to lutne pitne ka aade ho gya hi in ko jgane k chakkar mai tum kyu pad gaye.
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