16.3.09

शिकायत


ढेर सारी शिकायतें हैं
तुम्हें हमसे
हमें भी
कम नहीं हैं तुमसे
बावजूद इसके
नही है कोई शिकायत
हमें एक-दूसरे से ..........
आरती आस्था

3 comments:

  1. kya baat kahi hai....shikayten hai...fir bhi nahin hai...good...

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  2. बुद्धं शरणं गच्छामि, धम्मं शरणं गच्छामि.......

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  3. kam shabdo me gheri samvedna vyakt ki hai aapne...anubhuti vichlit karti hain...jari rakhen..
    Dr.Ajeet
    www.shesh-fir.blogspot.com

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