27.3.09
पी सेवेन सब लाज सरम पी गया
एक उम्मीद नाम की पञ्च लाइन के साथ पी ७ बाज़ार में उतर गया। लेकिन जिस तरह से लॉन्चिंग के दौरान कर्मचारियों से कैटवाक करा गया है। वह एक अनोखा प्रयोग है। और शायद जाताना चाहता है की उम्मीद करो की कर्मचारी भी अब कैटवाक करते हुए न्यूज़ रीड करेंगे । लोकतंत्र के इस चौथे खम्भे में का अगर आपको पायदान बनाना है तो हो सकता है की आपको ये सब भी करना पड़ जायेगा । ये एक बेहद शर्म की बात है की एक न्यूज़ चैनल इस तरह से उद्घाटन करता है। आख़िर वो दिखाना क्या चाहता है। क्या कोई हेड नहीं है तो ऐसा हो गया। क्या चैनल के मालिक न्यूज़ न्यूज़ कम परोसेंगे , कैटवाक ही करते रहेंगे। लॉन्चिंग होते ही जेहन में कई सवाल चैनल छोंड रहा है। चैनल की इस रवैये की मैं कड़ी आलोचना करता हूँ। किस तरह की टी आर पी बढेगी। ये भी पता चलेगा। माना की टी वी एक नया ग्लैमर है। लेकिन इतना ग्लैमर नहीं मालिक साहब जितना आप सोंच रहे है। आख़िर कुछ तो नज़रिया बदलना होगा। न्यूज़ चैनल है कोई दूकान नहीं की जो चाह बेंच डाला। मुझे इस चैनल को देखने के लिए ये भी सोचना पड़ेगा की इस चैनल को मैं अपने घरवालों के साथ देख पाऊंगा। लेकिन अब मैं यही पी ७ से उम्मीद करता हूँ की ये चैनल सही माप दंड में खरा उतरेगा। और लॉन्चिंग की गलती को भुलाकर एक अच्छी पत्रकारिता की ओरकदम बढायेगा
laj sharm p7 nahi pi gaya... laj sharm hamare seniors pi gaye hain.. jo apni karani ka dosh media par dal rahe hain.. kyu nahi swikarate wo wo apani galati...
ReplyDeleteakhir media ka ye swarup banaya to aapane hi hai...
rona chhodiye aur kuch kariye...