3.4.09

भाई।लगे रहो

पिछले रविवार को मृणाल पांडे ने ब्लाग को लेकर अपने संपादकीय में खूब भडास निकाली तो लगा कि यशवंत भाई का भडास सही काम कर रहा है ।बधाई।लगे रहो भडासी भाई।

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