14.4.09

खबरों की खबर-इशारों को समझो भाई...


http://prawah.blogspot.com/2009/04/blog-post_14.html

"कोने में रोते रहे आडवाणी : मनमोहन"

वाह मनमोहन जी वाह... जय हो आपकी, अडवाणी के आंसू दिख गए, सवा अरब भारतीय भी रोज़ खून के आंसू खुले आम रोते हैं, ये तो कभी नहीं दिखाई दिया आपको



"उप्र में आपातकाल से ज्यादा ज्यादती: मुलायम"


नेता जी! आपने अपने कार्यकाल में जिस परंपरा की नींव रखी थी, बहन जी उसीको आगे बढा रही हैं...



"मोदी इतिहास पढ़ें: संजय खान"

इशारा समझो नरेन्द्र भाई, गुजरात में जय हनुमान और टीपू सुलतान धारावाहिक की सीडी की बिक्री बढ़वाओ।



"नेताओं की जुबानी जंग में आयोग का दखल"

त्रुटि के लिए क्षमा, सही खबर इस प्रकार है: "नेताओं की जुबानी जंग में आयोग का ज़ुबानी दखल "
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2 comments:

  1. पी.एम्.जी नमस्तेतो कर दीजिये झल्ली कलम से
    पी.एम्.जी नमस्तेतो कर दीजिये झल्ली कलम से

    एक भाजपाई ओये झाल्लेया ये कया हो रहा है ?हसाडे आडवाणी डाडा ने आज आंबेडकर जयन्ती पर संविधान निर्माता को श्रधांजलिदेने के बाद प्रधान मंत्री को ओउप्चारिक नमस्ते की तो घमंडी पी.एम्.ने जवाब देने के बजाये मुँह दूसरी और कर लिया लोक तंत्र मैं मुख्य विपक्ष का ऐसा अपमान ये तो घोर अनर्थ है लोकतंत्र का अपमान है

    झल्ला ओ भोले बादशाहों आप तो हसाडे सोणे ते मनमोहने पी.एम् ।को कमजोर पी.एम्.कहते नही अघाते अब कमजोर आदामी ताकतवर से नज़रे नही चुराएगा तो कया करेगा

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  2. Jhalla ji ki Jai ho... Kamzor PM ki dukhti rag pe haath rakh diya aapne...

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