भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
24.4.09
आंसू
आंसू!
कई बार
बहते है
एक साथ
कई दुखों के लिए
आरती "आस्था"
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