25.4.09

है कोई जवाब?

क्या कोई बता सकता है मुझे?
जब पुरी दुनिया कसाब को हाथों में ak47 लिए आतंकवाद का खेल खेलते देख रही है तो हम अब किस बात की जांच कर रहे है और क्यों उस पर सुनवाई चल रही है? क्या सीधे सीधे कस्साब को बीच चौराहे पर पुरी दुनिया के सामने मौत नही दे देनी चाहिए? क्या सत्ताधारियों का आतंक खेल अब ख़त्म नही होना चाहिए? है कोई जवाब?

1 comment:

  1. bikul sahi kaha aapne. kuchh mudde aise hote hai. jinko turant action lena chahiye. usko maut milani chahiye is dhile rvaiye se kaam nahi chalta. samay ke sath is ghatana par bhi dhul padne lagegi. hame jagna hi hoga. bahut huya blast ab nahi

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