अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
ab vada todane ka anjam dekh lo hindustan ki janta kabhi maf nahi karegi
baal hai kaha jo noch rahe hai
मेरी याददास्त में "वेटिंग पी एम" को लेकर लड़ा गया यह पहला चुनाव था, भाजपा और अडवानी की छवि जनता से छुपी नहीं है . वैसे इस तरह की करारी चोट ज़रूरी भी थी. अगर शर्म हो तो अब "वेटिंग पी एम" को राजनीती से सन्यास ले लेना चाहिए.
ab vada todane ka anjam dekh lo hindustan ki janta kabhi maf nahi karegi
ReplyDeletebaal hai kaha jo noch rahe hai
ReplyDeleteमेरी याददास्त में "वेटिंग पी एम" को लेकर लड़ा गया यह पहला चुनाव था, भाजपा और अडवानी की छवि जनता से छुपी नहीं है . वैसे इस तरह की करारी चोट ज़रूरी भी थी. अगर शर्म हो तो अब "वेटिंग पी एम" को राजनीती से सन्यास ले लेना चाहिए.
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