अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
2.6.09
राहुल, आप जैसे पत्रकारों से ही उम्मीद है....
क्या आप लोगों ने युवा पत्रकार राहुल का भड़ास ब्लाग पर लिखा हुआ पढ़ा? नहीं पढ़ा तो पढ़िए और राहुल को जरूर शाबासी दीजिए, इस सोच और साहस के लिए। क्लिक करें- अगर नोट एक हजार के होते तो....
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