14.7.09

वामपंथियों का डूबता जहाज

प्रकाश चण्डालिया
बंगाल में इन दिनों ममता और उनकी तृणमूल का जोर है। शासन में वाममोचाॆ जरूर है, लेकिन ममता के प्रति लोगों का विश्वास इन दिनों देखते ही बनता है। बंगाल में ३२ सालों से राज कर रहे वामपंथियों की हालत इतनी दयनीय कभी नहीं थी। लोकसभा चुनाव के बाद से ही सत्तारुढ़ वामपंथी बचाव की मुद्रा में हैं, जबकि ममता और उनके लोग लोगों का विपुल समथॆन संग्रह कर रहे हैं। कुछ ही महीनों में कोलकाता नगर निगम का चुनाव होने वाला है। फिर २०११ में ममता के कैरियर का सबसे अहम विधानसभा चुनाव भी है। आज के हालात देखकर तो यही लगता है कि वाममोचाॆ अब आने वाले हर चुनाव में शिकस्त खाने को तैयार बैठा है। वामपंथी नेता पूरे राज्य में बचाव की मुद्रा में दिखाई पड़ रहे हैं। चीफ मिनिस्टर बुद्धदेव भट्टाचायॆ की हालत सबसे दयनीय बनी हुयी है। वे चारों तरफ से घिरे हुए हैं।

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