अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
5.8.09
हिन्दुस्तान में पुरवाई
हिन्दुस्तान के पांच अगस्त के अंक में रवीश जी ने ब्लॉग वार्ता में पुरवाई का जिक्र किया है.यहां पीडीएफ के तौर पर उसे देखा-पढ़ा जा सकता है. prabhakarmani.blogspot.com
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