बाहर भी जलें दीपक,
भीतर भी उजाला हो,
अब यूं ही हर इक मावस,
दीपों की ये माला हो,
माँ लक्ष्मी विराजें , घर आपके हमेशा,
सम्रद्धि का मुख चमके, दुःख-दैन्य का काला हो,
ये रात बन के आये, अनुपम सौभाग्य वाली,
अत्यंत, आप सबको, शुभ होए ये दीवाली.
Happy deewaali
Sanjeev Mishra
http://trashna.blogspot.com
No comments:
Post a Comment