भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
31.10.09
पत्रकारों की स्थिति
पत्रकारों की स्थिति महिलाओ की तरह है ,जिसका इस्तेमाल तो किया जाता है पर उसके काम का उचित मुआवजा नहीं दिया जाता, न ही सम्मान और पहचान .
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