अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
सही कहा
हा हा हा ......सही कहा आपने. अगर युवतियों द्वारा संपादन होता तो शायद आपको युवक भी हर मौसम का आनंद उठाते मिल जाते...कोई दिशा ही निर्धारित नहीं है इंसान का अत: कार्यों में भी दिशाहीनता दिखती है.
yeh dastoor is naye daur ka jo yahan dikh raha wo bik raha hai sanjog walter
shyad abhi tak aurato ko " maal " ya vastu se upar nahi samjha jata hai . isliye uska istemal ke alawa aur kuch nahi socha jata hai...
सही कहा
ReplyDeleteहा हा हा ......सही कहा आपने. अगर युवतियों द्वारा संपादन होता तो शायद आपको युवक भी हर मौसम का आनंद उठाते मिल जाते...कोई दिशा ही निर्धारित नहीं है इंसान का अत: कार्यों में भी दिशाहीनता दिखती है.
ReplyDeleteyeh dastoor is naye daur ka jo yahan dikh raha wo bik raha hai
ReplyDeletesanjog walter
shyad abhi tak aurato ko " maal " ya vastu se upar nahi samjha jata hai . isliye uska istemal ke alawa aur kuch nahi socha jata hai...
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