अशोक सर को सलाम
25 दिसंबर को जब मेरे मित्र कमलेश ने मुझे फोन करके बताया की अशोक सर की डेथ हो गई है। मुझे यकीन ही नहीं हुआ। क्यों की 7 साल के साथ में मैने उन्हें कभी बीमार भी नही देखा।....मुझे 11 अगस्त 2003 को वो दिन आज भी याद है जब मै विक्रम सिंह और अमित सोनी अशोक जी से पहली बार ईटीवी हैदराबाद में मिले थे। तब उनकी आवाज सुनकर ही मै काफी प्रभावित हो गया था।
5 साल ईटीवी में अशोक जी के साथ कैसै बीत गए पता ही नहीं चला। अशोक जी की एक बात हमेशा याद आती है। कहते थे पॉजीटीव सोचो। वीओआई में आने के बाद जब हालात बिगड़ने लगे तब भी अशोक जी पॉजीटिव सोचा करते थे ।वे कहते थे कि मेरा मन कहता था कभी हालात सुधरेंगे ।आज वो नहीं है लेकिन उनका चेहरा हमेशा सामने आजाता है।मीडिया में जहा छोटे लोगों को तवज्जों नहीं दी जाती है वहीं अशोक जी जूनियर लोगों को बहुत महत्व देते थेऐसे गंभीर मददगार व्यक्तित्व का जाना बेहद दुखद है ।
मीडिया की भट्टी में जल रहे हैंसब देख रहे हैं,सब खामोश हैंसब ठीक होगा,वक्त आने पर सही होगासोच रहे हैं कोई आएगा और ठीक कर देगा
राघवेन्द्र सिंह तोमरप्रोड्यूसर, लाइव इंडिया९८७३७१७३१३
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