23.2.10

बांदरवाळ (बच्चे के जन्म पर सूरजपूजन का पहला गीत )


(ये गीत राजस्थानी लोकाचार गीत पुस्तक से साभार लिया है,जो कि चन्द्रकान्ता व्यास(सम्पर्क सूत्र-01472-241532) ने लिखी है और वेस्ट ज़ोन कल्चरल सेन्टर,उदयपुर द्वारा प्रकाशित की गयी है.-श्री अंकित प्रकाशन,450,वीणानगर,सेक्टर-नम्बर-6,उदयपुर,राजस्थान,मूल्य-२५०/- रुपये )
बांदरवाळ
(बच्चे के जन्म पर सूरजपूजन का पहला गीत )
  
डूंगर चडती या बेलडी ओ राजा,
नायण मोडेली डाळ,
फ़ूलां जो भरियों यो छाबडो ओ राजा,
थू-र मालण सद जाय ?,
रामचन्दरजी सा रे किसनचन्दरजी सा रे,
घर ये बधावणो वो राजा,
बांधूली बांदरवाळ,
रामचन्दरजी सा रे घर ये बधावणो ओ राजा,
बांधूली बांदरवाळ,
पैली य बांधूली पोळ्यां में ओ राजा,
दूजी या साळ पटसाळ,
अगनीय बांधू रसोबडा ओ राजा,
चौथी कुळदेवां रे बा-र,
पांचवी या जांचा रे ओवरे ओ राजा,
जाया छे लाडण पूत,
खोल सवागण खोतळो वो राजा,
थैं-र सांचा दस मास,
नीसरै ज्याचा रानी बारणे वो राजा,
सूरज पूजण आय,
कूण साजनिया री धीय,
दशरथजी सा साजनिया री कुळ बहू ओ राजा,
जनकजी समधी री या धीय,
भायां री बैण सवासणी ओ राजा,
खांतीला किसनचंदरजी सा री नार,
पायळ लगता य घूघरा ओ राजा,
जडाव बाई सा रा बीर,
चूडा जो लगती या चूंदडी ओ राजा,
ओढावे जामण जायो बीर,
नौगज परती यो दळ चढ्यो वो राजा,
कलश चढ्यो वो राजा,
असडो बधावो यो नत नंवो ओ राजा,
औसर जनम्या छै पूत,

संकलन:माणिक
                                        

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