अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
10.2.10
ज़रा सोंचिये.... Think Please...
मेरा नया ब्लॉग है ये.... समाज की परिस्तिथियों, व्यवस्थाओं ने सोंचने पर मजबूर कर दिया और बनवा ही दिया मुझसे मेरा नया ब्लॉग. बस आइये और मेरे साथ बस... ज़रा सोंचिये....
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