विवादों से दूर रहने का प्रयास करने वाले बिग बी अमिताभ बच्चन मुंबई के बांद्रा बरली सी लिंक के उद्घाटन समारोह में अपनी मौजूदगी को लेकर न चाहते हुए भी विवाद का हिस्सा बन गए। मंच पर हंस-हंसकर बतियाने वाले प्रदेश के मुख्यमंत्री अशोक चव्हाण ने यह कहकर सभी को चौंका दिया कि यदि उन्हें अमिताभ के आगमन का पता होता, तो वह खुद जाते ही नहीं क्योंकि अमिताभी गुजारात सरकार के ब्रांड एंबेसडर हैं। यह बात अलग है कि उनकी सरकार के प्रिय लोक निर्माण मंत्री ने ही उन्हें बुलवाया था इस बाबत बकायदा विज्ञापन भी छपे थे। भला यह कैसे संभव था कि मुख्यमंत्री का इसका पता नहीं था। अमिताभ की मौजूदगी को कांग्रेस हजम नहंी कर पायी। कांग्रेस आलाकमान ने कांग्रेसियों की नाराजगी को भी जायज करार दे दिया है। मुख्यमंत्री यह कहकर भी सम्मानजनक अपमान कर रहे हैं कि सरकारी कार्यक्रम में निमंत्रण भेजते वक्त पर्याप्त सावधानी बरती जानी चाहिए। एक महानायक का यह कैसा सम्मान है यह तो नाराज लोग ही जाने, लेकिन इतनी बात उनको समझ में जरूर आनी चाहिए कि सी-लिंक किसी की जागीर नहीं बल्कि राष्ट्र का गौरव है, ओर राष्ट्र का गौरव अमिताभ से भी बढ़ा है इससे इंकार भी नहीं किया जा सकता। कभी कांग्रेस परिवार के करीबी रहे अमिताभ ने सपने में भी नहीं सोचा होगा कि एक दिन कांग्रेस उनकी मुखालफत पर उतर आयेगी। अमिताभ जैसी शख्सियत पर कोई टिप्पणी करना बेमानी जरूर है, लेकिन उन्हें समझ भी आ रहा होगा कि देश की राजनीति किसी दिशा में जा रही है। वह समाजवादी पार्टी के लिये ‘यूपी में है दम क्योंकि जुर्म यहां है कम’ का जोर लगाकर पहले भी विवादित हो चुके हैं अब उनके गुजरात सरकार के ब्रांड एंबेसडर होने को हवा दी जा रही है। वैसे सदी के महानायक को पार्टियों के प्रचार करते देखकर लोग आश्चर्यचकित तो होते ही हैं। अपने प्रदेश की जमीनी हकीकत को जनता से बेहतर कोई नहीं जानता। अमिताभ विरोधियों को जवाब दे रहे हैं कि जो लोग नरेंद्र मोदी से उनके जुड़ाव के आधार पर विरोध कर रहे हैं उन्हें टाटा-अंबानी जैसे लोगों का भी विरोध करना चाहिए वह गुजरात के विकास में खासा योगदान दे रहे हैं।
अमिताभ देश के दुश्मन हैं मेरा ब्लॉग पढ़ें tensionpoint.blogspot.com0
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