भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
12.4.10
मोबाइल फोन
मोबाइल फोन
जब से लाइफ में घुसा
एक मोबाइल फोन,
मिलना जुलना छोड़कर
बोलें हैलो कौन..
डा. भानु प्रताप सिंह
आगरा
1 comment:
Anonymous
12/4/10 2:54 PM
BAHUT DIN BAAAD DIKHAI DIYE.
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BAHUT DIN BAAAD DIKHAI DIYE.
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