उत्तराखण्ड मे इस बार गंगाजल लेने पहुचने वाले कांवडियों की संख्या एक करोड को भी पार कर गयी क्या इस तरह का जन सैलाब मां गंगा के प्रति बढती आस्था व चिन्ता का परिणाम है। उत्तराखण्ड सरकार के लिए क्या इस बढते धार्मिक पर्यटन व देवभूमि के तीर्थो के प्रति बढती आस्था को एक अच्छी शुरूवात माने या चुनौती ? गंगा के करीब पर पढे पूरा
आलेख............।
Ganga Ke Kareeb
http://sunitakhatri.blogspot.com
No comments:
Post a Comment