नैनीताल..उच्चन्यायालय में दायर याचिका में देहरादून निवासी एक महिला द्वारा राज्य सरकार के खिलाफ उसे अवैध् ढंग से नौकरी से हटाने को लेकर मुख्यमंत्री रमेश पोखरियाल निशंक पर वर्ष 2000 में तत्कालीन संस्कृति मंत्री व एक पूर्व विभागीय सचिव अमिताभ श्रीवास्तव पर यौन शोषण का आरोप लगाया गया है। हाईकोर्ट ने इस मामले में सुनवाई के लिए 17 अगस्त की तारीख तय की है। राज्य सरकार की ओर से महाध्विक्ता एसएन बाबुलकर ने सरकार का पक्ष जोरदार ढंग से रखा और याचिका को सकार के खिलाफ साजिश बताया।प्राप्त जानकारी के अनुसार थाना डालनवाला क्षेत्र के अन्तर्गत मोथरावाला रोड़ निवासी एक महिला रूचि क्षेत्री ने मुख्यमंत्री पर तत्कालीन संस्कृत मंत्री व एक सचिव पर उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। महिला की ओर से इस संबंध् में नैनीताल हाईकोर्ट में प्रार्थना पत्र दाखिल कर कहा है कि वर्तमान मुख्यमंत्री व तत्कालीन सरकार में संस्कृति मंत्री डाण् रमेश पोखरियाल निशंक रहते हुए नौकरी के नाम पर उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। महिला ने न्यायालय से अपनी और अपने पुत्र की सुरक्षा की मांग की है। याचिका में महिला ने कहा है कि वर्ष 2000 में वर्तमान मुख्यमंत्री ने जो उस समय संस्कृत मंत्री थे।ए उसे भारत खण्डे संगीत विद्यालय में नौकरी दिलवाई थी। उसके बाद से उसकी नौकरी बढाई जाती रही। बाद में उसके पति की हत्या होने के बाद साजिश के तहत उसे भी पति की हत्या का अभियुक्त बना दिया गया। जब वह जमानत पर छूटकर आई तो उसे नौकरी से हटा दिया गया। महिला ने संस्कृति मंत्री रहते हुए मुख्यमंत्री व तत्कालीन विभागीय सचिव पर उसका यौन शोषण करने का आरोप लगाया है। न्यायालय ने प्रार्थना पत्रा का संज्ञान लेते हुए मामले की सुनवाई के लिए आज की तारीख तय की थी। हाईकोर्ट के विद्वान न्यायाधीश बीएस वर्मा ने मामले की सुनवाई करते हुए। याचिका कर्ता की ओर से विद्वान अध्विक्ता अल्टमश रेन ने याचीका पक्ष रखा। उन्होंने आरोपों के संबंध् में और साक्ष्य प्रस्तुत करने के लिए न्यायालय से समय मांगा। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से महाधिवक्ता ने सरकार का पक्ष रखते हुए दायर की गई याचिका का विरोध् कर दलील दी कि याचिका षड़यत्रा के तहत दायर की गई है। याचिका की सुनवाई के बाद न्यायालय ने सुनवाई के लिए अपने फैसले में 17 अगस्त की तारीख तय की है। गौरतलब है कि रूचि क्षेत्री पति विनय क्षेत्री की हत्या के मामले में जेल जा चुकी है और आजकल जमानत पर रिहा चल रही है। प्राप्त जानकारी के अनुसार रूचि क्षेत्री का पुलिस में अपराध्कि रिकार्ड है। उल्लेखनीय है कि रूचि क्षेत्री के पति विनय क्षेत्री की 27 जनवरी 2008 को उसके घर में ही गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। विनय क्षेत्री प्रापर्टी डीलर का कार्य करता था। उसकी हत्या के मामले में पुलिस ने रूचि क्षेत्री के अलावा हरीश कुमार निवासी डोभालवाला देहरादूनए सुमित कुमार निवासी मंसूरपुर जिला मुजफ्रपफनगरए यतेन्द्र चैध्री एवं रोहताश पहलवान मुजफ्रपफनगरए रामवीर सिंह व बिट्टू निवासी मेरठ को गिरफ्रतार किया था। इससे पूर्व विनय क्षेत्री के बड़े भाई सुनील क्षेत्री व उसके पिता बीके क्षेत्री की भी उनकी दुकान पर गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। दोनो की हत्या का कारण पारिवारिक सम्पत्ति का विवाद बताया गया था। सूत्रों के अनुसार यौन शोषण का आरोप लगाने वाली महिला पूर्व में संस्कृति विभाग में नौकरी भी कर चुकी है। मुख्यमंत्री पर यौन शोषण का आरोप लगाये जाने से उत्तराखण्ड की राजनीति में भूचाल आ गया है। पहले से भ्रष्टाचार और घोटालों के आरोप झेल रहे मुख्यमंत्री के लिए यौन शोषण के आरोप के बाद विपक्ष को सरकार को घेरने का एक और मुद्दा मिल गया है।
यह नेताओं का रूटीन वर्क है ।
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