बंद करो नैतिकता का दिखावा करने का ढोंग
सिद्धार्थ पटेल साहब !
इस्तीफा देने से कांग्रेस का भला होने वाला नहीं है बल्कि ज़रूरत है नरेन्द्र मोदी के उस काल्पनिक तिलिस्म ………………………..
( जिसे आप लोग करिश्मा ) का नाम देते हैं , को ख़त्म करने की , वरना आप लोग हर चुनाव हारते रहेंगे और नैतिक ज़िम्मेदारी ले कर इस्तीफा देते रहेंगे और एक दिन पार्टी में कोई प्रदेश अध्यक्ष बनने के लिए भी नहीं बचेगा . इस लिए अभी भी वक्त है, चेत जाएँ वरना गुजरात को पश्चिम बंगाल बनने से कोई नहीं रो सकेगा .
मीटिंग , पोस्टरबाजी और नारों से या फिर सिर्फ बड़े नेताओं को बुला कर उनसे भासन दिलवा कर मोदी के हथकंडों ( तथाकथित करिश्मा ) का मुकाबला नहीं किया जा सकता .
ज़रूरत है क़ि आप लोग गुजरात की आम जनता की मानसिकता को समझें और तदनुसार काम करे और अगर नहीं कर सकते तो फिर इस्तीफा देने के नाटक के नाम पर सोनिया और राहुल गांधी को धोखा देने का नाटक अब तो बंद ही कर दें, तो अच्छा है .
बहुत दिखावा कर चुके आप लोग ..………….ज़रूरत है क़ि आप लोग गुजरात की आम जनता की मानसिकता को समझें और तदनुसार काम करे और अगर नहीं कर सकते तो फिर इस्तीफा देने के नाटक के नाम पर सोनिया और राहुल गांधी को धोखा देने का नाटक अब तो बंद ही कर दें, तो अच्छा है .
दिखावा तो गुजरात के कांग्रेसी नेता ऐसा करते हैं जैसे वो गुजरात की जनता से जुड़े है परन्तु असलियत यह है क़ि आप लोग आज तक गुजराती जनता के दिमाग और उनकी भावनाओं को ही नही समझ पायें .
और रही गुजरात क़ि जनता की मानसिकता की , तो उसे समझने में तो आप लोग हमेशा ही भयंकर चूक करते है . ज्यादा क्या लिखू , आप खुद ही अपने गिरेबान में झांक कर देखिये , जवाब मिल जायेगा और अगर हिम्मत हो तो उस जवाब को अपने हाई कमान तक भी पंहुचाने का साहस कर सकें तो कांग्रेस और आप सब का ज़रूर भला हो पायेगा .
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