21.10.10

भयमुक्त एवं विकासशील समाज की स्थापना का परमलक्ष्यनिशंक


देहरादूनमुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने गुरूवार को पुलिस लाइन में पुलिस स्मृति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में पुलिस कल्याण निधि में एक करोड़ रुपये देने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने सहायक उप निरीक्षक से निरीक्षक स्तर तक प्रति पांच वर्ष में दिया जाने वाला वर्दी भत्ता 1500 रुपये से बढ़ा कर 3000 रुपये और कांस्टेबल से निरीक्षक स्तर तक प्रति माह दिया जाने वाला धुलाई भत्ता 30 रुपये से बढ़ा कर 100 रुपये करने की घोषणा भी की। उन्होंने अधिकारियों का पौष्टिक आहार भत्ता 550 रुपये से बढ़ाकर 700 रुपये करने तथा जवानों के लिए 750 से बढ़ाकर 900 रुपये करने की घोषणा की। मुख्यमंत्री ने टाइप द्वितीय एवं तृतीय बैरकों के निर्माण कार्य को शीघ्र पूरा करने के निर्देश देते हुए इस मद में पांच करोड़ रुपये की अतिरिक्त धनराशि भी देने की घोषणा की। उन्होंने इस अवसर पर पुलिस विभाग को सहयोग प्रदान करने वाले समस्त ग्राम चौकीदारों का मानदेय 200 रुपये से बढ़ाकर 500 रुपये करने की घोषणा की। पुलिस स्मृति दिवस पर शहीद जवानों को श्रद्धासुमन अर्पित करने के बाद मुख्यमंत्री डॉ. निशंक ने कहा कि पुलिस के सम्मुख एक भयमुक्त एवं विकासशील समाज की स्थापना का परमलक्ष्य है। उन्होंने गत एक वर्ष में सम्पूर्ण देश में कर्तव्य पालन करते हुए शहीद हुये लगभग 800 पुलिस जवानों का स्मरण करते हुये पुलिस की वीरता एवं कर्तव्य परायणता की भूरि-भूरि प्रशंसा की। गीता के श्लोक को उद्धृत करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस का कार्य सज्जनों की रक्षा करना एवं दुष्टों का विनाश करना है। उन्होंने कहा कि यद्यपि अन्य राज्यों की तुलना में उत्तराखण्ड में अपराध की औसत दर कम है, परन्तु देवभूमि की संस्कृति को बनाये रखते हुए जो थोड़ा बहुत अपराध भी यहां हो रहा है वह स्वीकार नहीं किया जा सकता। उन्होंने पुलिस विभाग को अभियान चलाकर बाहरी राज्यों से आने वाले अपराधियों पर अंकुश लगाने के निर्देश दिये। मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर प्रदेश में आपदा प्रबंधन में और महाकुम्भ के सफल संचालन में उत्तराखण्ड पुलिस के योगदान की प्रशंसा की।मुख्यमंत्री डॉ. रमेश पोखरियाल निशंक ने कहा कि उत्तराखण्ड सरकार ने पुलिस कार्मिकों के कल्याण के लिये कई महत्वपूर्ण कदम उठाये हैं। जोखिम भरे कार्य करते समय गम्भीर रूप से घायल पुलिस कार्मिकों को दी जाने वाली आर्थिक सहायता में लगभग चार गुना की वृद्धि की गई है। सभी पुलिस कार्मिकों का व्यक्तिगत दुर्घटना बीमा कराया गया है, जिसके प्रीमियम का भुगतान शासन द्वारा स्थापित पुलिस कल्याण निधि द्वारा किया जा रहा है। पुलिस कार्मिकों के पौष्टिक आहार भत्ते में वृद्धि की गई है और हेड कांस्टेबलों एवं कांस्टेबलों को 350 रुपये प्रतिमाह मोटर साईकिल भत्ता दिया जा रहा है। पुलिस महानिदेशक जे.एस. पाण्डे ने बताया कि गत वर्ष देश में सभी पुलिस बलों से 792 जवान कर्तव्य पालन के दौरान मृत्यु को प्राप्त हुये हैं। इनमें एक बड़ी संख्या नक्सलियों से मुठभेड़ में शहीद हुये जवानों की है। उन्होंने बताया कि कुल शहीद जवानों में उत्तराखण्ड पुलिस के 17 जवान, बीएसएफ के 64, सीआरपीएफ के 191 और एसएसबी के 29 जवान शामिल है। पुलिस महानिदेशक ने उत्तराखण्ड पुलिस विभाग के कार्मिकों द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया गया एक दिन का वेतन रुपये 60 लाख का चेक भी मुख्यमंत्री को भेंट किया।इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने शहीद स्मृति पुस्तिका शहीद स्थल पर स्थापित करते हुए शहीद जवानों की स्मृति में पुष्प चक्र अर्पित किया। इस अवसर पर विधान सभा अध्यक्ष हरबंश कपूर, संसदीय कार्यमंत्री प्रकाश पन्त, सिंचाई मंत्री मातबर सिंह कण्डारी, आपदा प्रबंधन मंत्री खजान दास, नेता प्रतिपक्ष हरक सिंह रावत, मेयर विनोद चमोली, राज्य योजना आयोग के उपाध्यक्ष मनोहर कान्त ध्यानी, मुख्य सचिव सुभाष कुमार सहित अन्य गणमान्य लोगों एवं पुलिस अधिकारियों ने भी शहीद स्थल पर पुष्प चक्र अर्पित किये। 09837261570

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