19.10.10

मां को न्याय : जो हैं आरोपी अधिकारी, उन्हीं के अधीन अफसर करने लगे जांच

From: yashwant singh <yashwant@bhadas4media.com>
Date: 2010/10/19
Subject: Re: U. P. Accredited Correspondent Committee strongly condemns Attack on HT OFFICE
To: Mudit Mathur <muditmathur@hotmail.com>
Cc: RAJDEEP SARDESAI
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मुदित माथुर जी व अन्य साथियों
मां के लिए न्याय अभियान का हिस्सा बनकर इस मुद्दे को यूपी के बड़े अफसरों के यहां जोरशोर से उठाने के लिए आप लोग बधाई के पात्र हैं. लेकिन अभी जो रुख है, उससे नहीं लग रहा कि सारे प्रमाण व दस्तावेज होने के बावजूद पुलिस के बड़े अफसर, जो इस मामले में दोषी हैं, उन पर कार्रवाई होगी, क्योंकि जो जांच टीम बयान लेने गांव पहुंची है, उसमें शामिल लोग गाजीपुर जिले में ही पदस्थ हैं. ऐसे में आशंका है कि थाने के दो चार पुलिसकर्मियों पर गाज गिराकर एक्शन लेने का नाटक कर दिया जाएगा. मैंने घटना वाली रात खुद एसपी गाजीपुर व आईजी बनारस से बात की थी, पूरी जानकारी दी थी लेकिन इन लोगों ने सब जानने के बावजूद महिलाओं को पूरी रात व अगले दिन दोपहर तक थाने पर रखा. मेरा साफ मानना है कि दोनों अधिकारियों की मोबाइल के काल डिटेल निकलवा कर जांच करा ली जाए कि वे इस मामले में दोषी हैं या नहीं.
उम्मीद है पूरे प्रकरण पर आप सभी विचार करेंगे और इसे अपने अपने मीडिया माध्यमों प्रमुखता से उठाएंगे ताकि दूसरी माओं को थाने पर अवैध तरीके से बंधक बनाकर रखे जाने की यूपी पुलिस की परंपरा को खत्म कराया जा सके.
आभार के साथ
यशवंत


justice for मां : क्या करें, कैसे करें

Sunday, 17 October 2010 18:16 यशवंत सिंह भड़ास4मीडिया - दुख-दर्द
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''मां के लिए न्याय'' या ''मां को न्याय'' या फिर ''Justice for मां''. ऐसा कोई अभियान शुरू होगा, मुझे उम्मीद न थी. बहुत सारे लोगों के प्रेरित करने से ऐसा होने जा रहा है. इसे हम सब चलाएंगे. पूरे कुएं में भांग पड़ी हो तो चमत्कार की उम्मीद नहीं कर सकते. पर हम सबका छोटा व संगठित प्रयास शायद पाप की लंका में हलचल मचा दे, सोए सिस्टम को जगा सके.

पर सवाल है कि आप हम करेंगे क्या. कैसे करेंगे. इसको लेकर कई सुझाव आए हैं. वो नीचे क्रमवार तरीके से दिए गए हैं. इन पर तुरंत अमल की जरूरत है. बाकी आप कुछ सुझाना चाहें तो नीचे कमेंट बाक्स में अपने विचार प्रकट कर सकते हैं.


''Justice for मां''

1- नीचे दिए गए सभी शीर्षकों व उससे संबंधित लिंक-यूआरएल को अपने मेल के जरिए अपने कांटेक्ट बुक के सभी लोगों तक पहुंचा दें. नीचे हेडिंग व लिंक के साथ मेल का सब्जेक्ट व संदेश भी लिख दिया गया है ताकि आप कापी कर मेल भेज सकें. नीचे के संदेश सब्जेक्ट व लिंक को कापी कर अपने मेलबाक्स में ले जाएं, कांटेक्ट्स पर क्लिक करें, सभी कांटेक्ट्स को सेलेक्ट करें, फिर कंपोज मेल या ईमेल पर क्लिक कर उसमें इस मैटर को डाल दें. सब्जेक्ट की जगह नीचे दिए गए सब्जेक्ट को डालें और सेंड बटन दबा दें.

------------------------------------

सब्जेक्ट : एक मां को चाहिए न्याय... justice for मां...

संदेश : उम्मीद है आप स्वस्थ सानंद होंगे. एक कंपेन शुरू किया गया है. एक मां को लोकतांत्रिक तरीके से न्याय दिलाने के लिए. अगर वक्त निकाल कर नीचे दिए गए लिंक को क्लिक कर पूरे प्रकरण को समझेंगे और यथोचित पहल करेंगे तो आभारी रहूंगा. पढ़ने के बाद आप न्यूनतम यह कर सकते हैं (अगर उचित लगे तो) कि इस मेल को अपने कांटेक्ट बाक्स के अधिक से अधिक लोगों तक फारवर्ड कर दें.

यह एक पत्रकार की अपने मां के सम्मान के लिए लड़ी जा रही निहत्थी लड़ाई है. हिंसक व हथियारबंद सिस्टम में एक आम जर्नलिस्ट द्वारा अपने परिवार की इज्जत व आत्मसम्मान बचाने का लोकतांत्रिक प्रयास है. इसमें सहयोग दें. अपने स्तर पर भरसक कोशिश शुरू करें कि दोषियों को दंड मिल सके.

धन्यवाद और आभार

http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6969-2010-10-16-11-26-00.html

http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6980-2010-10-17-09-05-00.html

http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6981-legal-provision-arrest-detention.html

http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6982-2010-10-17-09-56-04.html

http://www.bhadas4media.com/dukh-dard/6986-justice-for-mother-part1.html

http://bhadas4media.com/article-comment/6992-2010-10-18-10-30-20.html

http://bhadas4media.com/dukh-dard/6991-jusitce-for-mother-part2.html

http://bhadas4media.com/article-comment/6993-2010-10-18-10-46-56.html

http://bhadas4media.com/article-comment/6994-2010-10-18-11-15-58.html

http://bhadas4media.com/dukh-dard/6995-2010-10-18-11-51-57.html

http://bhadas4media.com/vividh/6996-2010-10-18-12-40-42.html

http://bhadas4media.com/dukh-dard/6999-justice-for-mother-part3.html

http://bhadas4media.com/print/7000-justice-for-mother-part4.html

http://bhadas4media.com/article-comment/7001-2010-10-19-12-10-44.html

http://bhadas4media.com/vividh/7003-2010-10-19-12-32-44.html

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2- लखनऊ व दिल्ली में बैठे सत्ताधारी नेताओं, अफसरों, मंत्रियों व आयोगों के पदाधिकारियों को विशेष तौर पर मेल के जरिए इस मामले की शिकायत भेजें. जितनी ज्यादा मेलें जाएंगी, उतनी ज्यादा संभावना सोए हुओं के नींद खुलने की होगी.

3- मानवाधिकार आयोग, महिला आयोग और अदालतों में इस मसले की शिकायत दर्ज कराई जाए. इसके लिए जरूरी नहीं है कि जिन पर गुजरी है, वही शिकायत दर्ज कराएं. कोई भी पहल कर फैक्स, डाक, निजी तौर पर मिलकर इन आयोगों में शिकायत दर्ज कर सकता है. इसी तरीके से इस मामले को सभी अदालतों के मुख्य न्यायाधीशों तक पहुंचाया जा सकता है. उम्मीद करते हैं कि कुछ संवेदनशील व ईमानदार लोग जरूर होंगे जो नजर पड़ने पर अपने स्तर पर पहल शुरू कर देंगे.

4- अगर आप मीडिया से किसी भी रूप से जुड़े हैं तो इस मसले को किसी न किसी रूप से फ्लैश करें, प्रकाशित करें, प्रसारित करें ताकि यह आवाज, यह अभियान, यह मुद्दा ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचे. ज्यादा से ज्यादा लोगों की इसमें भागीदारी हो. भड़ास4मीडिया पर प्रकाशित इस प्रकरण से संबंधित सभी खबरों-आलेखों का जिस भी रूप में चाहें, आप इस्तेमाल कर सकते हैं.

5- अगर आप राजनीति में हैं तो इस प्रकरण से जुड़ी सभी सूचनाओं, खबरों, लेखों के प्रिंट निकालकर उसे उपर तक भेजें ताकि संसद से सड़क तक के नेताओं से इस मुद्दे पर सहयोग लिया जा सके, उन्हें यह मुद्दा उठाने, दोषियों को दंडित कराने को आगे आने के लिए प्रेरित किया जा सके.

6- अगर आप पुलिस व प्रशासन से जुड़े हैं और भ्रष्ट नहीं हैं, चोर नहीं हैं तो बेईमान नहीं है, और आपको लगता है कि इस मां के साथ वाकई अन्याय हुआ है तो स्वतः संज्ञान लेकर, अंतरआत्मा की आवाज पर इस मुद्दे पर फौरी कार्रवाई करने के लिए प्रयास शुरू कर करने की कोशिश करें.

7- आप आम नागरिक हैं, सामान्य नौकरीपेशा हैं, बिजनेसमैन-व्यापारी हैं तो आपसे चाहेंगे कि इस मुद्दे को चर्चा का विषय बनाएं. गाजीपुर जिले के पुलिस अधीक्षक, वाराणसी परिक्षेत्र के आईजी व डीआईजी, राज्य के डीजीपी से लेकर मायावती सरकार तक की भर्त्सना करें.

8- आप अगर मानवाधिकार आंदोलन, किसी सामाजिक संस्थान, किसी सोशल एनजीओ, आरटीआई के काम से जुड़े हैं तो इस मसले पर जो भी संभव हो सके, वह करें, शिकायत दर्ज कराएं, सवाल पूछें, उचित मंचों पर आवाज उठाएं.

9- और क्या तरीके हो सकते हैं, वह भी आप सुझाएं और इस पूरे प्रकरण को आगे बढ़ाने के लिए क्या क्या किया जा सकता है, इसके बारे में भी बताएं. लोकतंत्र में आस्था है, सो, इस लोकतंत्र के हर दरवाजे को खटखटा लिया जाना चाहिए. इंतजार करेंगे न्याय का, देर लगे तो लगे, पर हम लोग संघर्ष करते रहेंगे, अगर न्याय हुआ तो ठीक, नहीं हुआ तो रास्ते बहुत हैं.

10- आज विजयदशमी के दिन यह अभियान शुरू किया गया है. आप सभी के संगठित प्रयास, ताकत के बल पर मैं उम्मीद कर रहा हूं कि अगले साल की विजयदशमी से पहले ही इन रावणों की लंका में हम लोग आग लगा चुके होंगे.

यशवंत

एडिटर, भड़ास4मीडिया

माडरेटर, भड़ास ब्लाग

मेल : yashwant@bhadas4media.comThis e-mail address is being protected from spambots. You need JavaScript enabled to view it

मोबाइल : +91 9999330099


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