कहने के लिए ११०० से अधिक लोग है लेकिन यहाँ कमेन्ट किसी ने नहीं दिया..क्या यही भड़ास पना है? भडासी होने का मतलब सिर्फ अपनी ही आवाज उठाना है? अगर यह सोच रहे हो तो गलत हो सब लोग. गलत हो तुम सब . गलत हूँ मै..
आज के माँ के साथ ऐसा हो रहा है ....कल के सारी माँ बहनों - बेटियों के साथ ऐसा होगा,..कब बोलोगे सब? इतनी शर्म में डूब चुके हो फिर भी सांस लेने का वक्त ढूंढते हो? धिक्कार है तुम्हारे भडासी होने पर...तुम सब पर दया आती है मुझे....कोई यहाँ रणसागर ब्लॉग चलाया है तो कोई सामाजिक मुद्दा के नाम से .क्या भड़ास सिर्फ अपने कलम की धार दिखाने के लिए बना है? अगर ऐसा है तो मै निवेदन करूँगा यशवंत जी से..इन नाम के भाडासियो को भड़ास ब्लॉग से निकाल दिया जाए...नहीं चाहिए ऐसे लोगो का साथ जो दूसरों के काम न आ सके... नही चाहिए ऐसे लोगो की भीड़ जो गीदड भभकी से डर जाए नहीं चाहिए ऐसे घटिया लोगो का साथ जो माँ के साथ हुए अन्याय को सारी दुनिया के सामने न उठा सके.
नहीं चाहिए ऐसे भाडासियो का साथ जो भड़ास का मतलब सिर्फ गाली देना या दुश्मनी किकालना समझते हो..
मै अभी तक २००० लोगो को मेल भेजा..कम से कम ५०.००० लोगो तक यह कैम्पेन मै पंहुचा चूका हू...आपने कितने लोगो के पास पहुचाया???????
अगर नहीं पहुचाए तो अब पहुचाओ..हेडलाइन पर क्लिक करो और मैं पेज पर डायरेक्ट पहुचकर वहां से लिंक लेकर सबको फारवर्ड करो..यह हमारा.हम सबका कर्त्तव्य है..जिससे ऐसा कुछ भी आगे से न हो.
मै अभी तक २००० लोगो को मेल भेजा..कम से कम ५०.००० लोगो तक यह कैम्पेन मै पंहुचा चूका हू...आपने कितने लोगो के पास पहुचाया???????
अगर नहीं पहुचाए तो अब पहुचाओ..हेडलाइन पर क्लिक करो और मैं पेज पर डायरेक्ट पहुचकर वहां से लिंक लेकर सबको फारवर्ड करो..यह हमारा.हम सबका कर्त्तव्य है..जिससे ऐसा कुछ भी आगे से न हो.
अगर है दम दुनिया से टकराने की तो सामने आ
कर डे सारी दुनिया में यह लिंक फारवर्ड फिर खुद को भडासी कहला
हे मेरे योद्धा,
ReplyDeleteआप निराश न हों
उदास न हों.
हर दौर में
कम ही होते हैं योद्धा
बाकी होती है आम जनता
एक हम और एक तुम
बन गए पूरा जहान
भाई, इस मामले पर सारा अभियान व लेख वगैरह www.bhadas4media.com पर चलाया जा रहा है. भड़ास ब्लाग तो ओपन फोरम है जिस पर लोग बिना किसी के दबाव व एडिटिंग के सीधे अपनी बात पोस्ट कर देते हैं, सही गलत या टूटी फूटी या अच्छी खासी भाषा में. और, इस मामले में अब तक जो सूचना है करीब 35 हजार मेल फारवर्ड की जा चुकी हैं. लखनऊ में पुलिस व प्रशासन के बड़े लोगों ने जांच के आदेश कर दिए हैं.
बाकी बातें फिर करेंगे.
आभार
यशवंत
जी सर ..मै हर वक्त www.bhadas4media.com पर निगाह बनाये हुआ हूँ. यहाँ भि जगाने की एक पहल की शुरुआत इस काम को और तेजी से आगे बढ़ाने के लिए किया हू...
ReplyDeleteआपके इस काम का अंजाम जल्द ही सारी दुनिया के सामने होगा..दुआ रही ऊपर वाले की तो हम अवस्य सफल होंगे ...
जय यश
जय यशवंत