सुदर्शन जी का बयान देश की राजनीती में भूचाल ला रहा है । हर बार की तरह फिर से कांग्रेस की डुबती नैय्या को सोनिया ही पार लगा रही हैं । महंगाई, आतंकवाद, भ्रष्टाचार, घोटाला और संघ को भगवा आतंकवाद कहने जैसे मुद्दों के बीच अचानक कांग्रेस को सोनिया के भूतकाल की आक्सीजन मिल गई है । के.एस. सुदर्शन पूर्व संघ प्रमुख भी है इसलिये इनके बयान को गंभीरता से लिया जाना चाहिये क्योकि अगर सोनिया अवैध होने के बयान को छोड भी दिया जाए तो बाकि आरोप यदि सच हुए तो ? जरा गौर फरमाएं इस लिंक पर सुरेश चिपलूनकर जहां सोनिया जी के साथ साथ पूरे गांधी परिवार का इतिहास मिल जाएगा । इसलिये मत देखिये कि ये सब मनगढंत कहानी है इसलिये देखिये क्योंकि इसे हर भारतीय को देखना चाहिये और विशेष रूप से हर युवा कांग्रेसी को ताकि वह देशभक्ति और परिवारवादी शक्ति में अंतर समझ सके । औऱ अगर फिर भी कुछ कमी लगे तो भारतीय संसद में हुई इस कार्यवाही को पढें । कोई ये ना सोचे कि सुदर्शन नें एक महिला के बारे में चिप्पणी करे हैं बल्कि ये सोचें कि उनकी टीप्पणी भारत की सबसे शक्तिशाली महिला के विरूद्ध की गई है जो अपने आपको असहाय सी बताती हुई दुनिया के सबसे शक्तिशाली लोगों में प्रथम दस में स्थान बनाने में कामयाब होती आ रही है, ये चमत्कार नही एक पूरी सोचा समझी साजिश है जिससे आम जनता का वास्ता है ।
अफसोस ये है कि भारतीय मिडिया भी बडे प्यार से सोनिया को बेचारी बताना चाह रही है । आज का अखबार देखिये और न्यूज चैनलों में झांकिये और बताइये कितने लोग कह रहे हैं कि सुदर्शन नें सोनिया को इंदिरा और राजीव का हत्यारा कहे हैं । नही .. कोई नही कह रहा है सभी एक ही राग अलाप रहे हैं कि सोनिया को अवैध संतान कह दिया जबकि हमें ये नही सोचना है कि वो किसकी संतान है बल्कि ये सोचना है कि अगर उन्होने देश के दो राजनेताओं को मारने का षणयंत्र रचा है तो फिर हम उन्हे कहां बैठा कर रखे हुए है यानि कि अब हम वो दिन भी देख सकते हैं जब सोनिया कसाब को महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री बना दे क्योकि जाहिर है कि एक व्यापारी दुसरे व्यापारी की मदद भले ना करे पर एक अपराधी दुसरे अपराधी को बचाने का प्रयास जरूर करता है ।
इस समय संघ को एक साथियों के साथ खडे होने की जरूरत है चाहे संघ का कोई व्यक्ति कैसे भी बयान क्यों ना दे संघ को चाहिये कि वह इस समय सबसे केवल एक ही बात कहे कि संघ को भगवा आतंवादी संगठन बनाने पर तुली सोनिया कांग्रेस के प्रति उसके स्वयं सेवकों की एक भडास है । यदि संघ अपने हर कार्य़कर्ता से दूरी बनाते चले जाएगा तो आमजन भी संघ से दूरी रखना चाहेगा । उसे डर लगेगा कि यदि उसने देश भक्ति के प्रवाह संघ का साथ दिया और एन समय पर अगर संघ नें साथ छोड दिया तो ? तो ...... अब आप क्या सोचें कि आप जो पढ रहे हैं या देख रहे हैं वह आपकी मर्जी है या दुसरे के बताए नजरिये पर आप सोच रहे हैं ।
sonia per court ma case karo 'www.jantaparty.org site khol kar pado praman sahit matter mil jayaga , dashbhakto sudershanje na to bhout kam bola hae ,,,,,, sonia ka such book bhe pado , tumre ankha khul jayagee ,,,, tumhara mitra
ReplyDeleteprasad sharma