21.12.10

यह प्यार तेरा

यह प्यार तेरा बना राहवर है ;
ये कैसा नशा है तुझे क्या खबर है ।
अगर हो जरूरत तो कतरे से दिल के
मैं लिख डालूँगा वो ग़ज़ल जो तू चाहे ;
अगर रौशनी हो तो मैं मानता हूँ
जला तो हूँ मैं पर ये तेरा असर है ।
यह प्यार तेरा बना राहवर है ;
ये कैसा नशा है तुझे क्या खबर है ।

5 comments:

  1. very nice..

    mere blog par bhi kabhi aaiye waqt nikal kar..
    Lyrics Mantra

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  2. ye kaisa nasha hai ,tujhe kya khabar hai panktiyan kavita ki chhap chhod gayee.bahut sundar...

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  3. Shalini ji aur Sangeetaji, aap donon ko bahut bahut dhanyawaad!

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