शुभ-शुभ बोलो दिग्गी राजा
म.प्र. में शिवराज की मामागिरी से परेशान कांग्रेस को एक तो वैसे ही रास्ता नहीं सूझ रहा उधर दिग्गी राजा आये दिन अपने सुदर्शनी बयाँ से उसकी फजीहत बढ़ा रहे हैं | उनकी राजनीति पिछले कुछ दिनों से संघ पर हमले तक सीमित रह गयी है | वे कांग्रेस के बारे में कम संघ के बारे में ज्यादा बोलने लगे हैं | पता नहीं वे अपने को सुर्ख़ियों में रखने के लिए विवादित बयाँ देते हैं या कांग्रेस के लिए | उनके बयान पर कोई पार्टी का बड़ा नेता भी कोई प्रतिक्रिया नहीं देता | प्रदेश के तमाम नेता भी अब मानने लगे हैं कि दिग्गी अब गंभीर राजनीति नहीं कर रहे | जो काम उन्हें प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए करना चाहिए उसे छोड़ कर वे अनावश्यक विवाद पैदा करते हैं | हालत ये हैं कि म.प्र.में कांग्रेस डूबने की कगार पर है संवेदना की राजनीति कर के शिवराज सिंह ने नया प्रयोग किया और लोगो के घरों में पैठ जमा ली | कांग्रेस ना तो आक्रामक विपक्ष बन सकी ना लोगों को शिवराज के खिलाफ अपने पक्ष में खड़ा कर सकी | प्रदेश कांग्रेस के नेता चाहते है कि दिग्गी शुभ शुभ बोलें जिस से लोगों के बीच कम से कम सफाई देने की नौबत आये और नेताओं की उर्जा भाजपा के खिलाफ जनसमर्थन में लगे | टुकड़ों में बंटी कांग्रेस शिवराज की मामागिरी से इतनी परेशान है कि ना तो कोई बड़ा आन्दोलन कर पा रही ना ही खुद का कार्यक्रम|अगर फसलें खराब हें तो खेतों में शिवराज दिखायी दिए ,दिग्गी नहीं | किसानो ने आत्महत्या की तो शिवराज पहुंचे पचोरी नहीं| किसी के घर मौत हुई तो भी कन्धा देने वे पहुंच जाते हैं | बस ऐसे ही मौकों को भुनाते भुनाते शिवराज ने कांग्रेस के रास्ते बंद कर दिए | पिछले कुछ दिनों से यह भी नोटिस किया जा रहा है कि दिग्गी प्रदेश के लोगों की दिक्कतों के बारे में,विकास के बारे में ,कांग्रेस के बारे में ना बोल कर सिर्फ वो बोलते है जिस से विवाद की स्थिति बने वे मीडिया की खबर बनें | कहीं दिग्गी राजा की जुबान कांग्रेस का म.प्र. में अनर्थ ना कर दे इसलिए शुभ शुभ बोलो राजा जी | ........... शक्तिधर दुबे ..सतना (म.प्र .)
म.प्र. में शिवराज की मामागिरी से परेशान कांग्रेस को एक तो वैसे ही रास्ता नहीं सूझ रहा उधर दिग्गी राजा आये दिन अपने सुदर्शनी बयाँ से उसकी फजीहत बढ़ा रहे हैं | उनकी राजनीति पिछले कुछ दिनों से संघ पर हमले तक सीमित रह गयी है | वे कांग्रेस के बारे में कम संघ के बारे में ज्यादा बोलने लगे हैं | पता नहीं वे अपने को सुर्ख़ियों में रखने के लिए विवादित बयाँ देते हैं या कांग्रेस के लिए | उनके बयान पर कोई पार्टी का बड़ा नेता भी कोई प्रतिक्रिया नहीं देता | प्रदेश के तमाम नेता भी अब मानने लगे हैं कि दिग्गी अब गंभीर राजनीति नहीं कर रहे | जो काम उन्हें प्रदेश में पार्टी को मजबूत करने के लिए करना चाहिए उसे छोड़ कर वे अनावश्यक विवाद पैदा करते हैं | हालत ये हैं कि म.प्र.में कांग्रेस डूबने की कगार पर है संवेदना की राजनीति कर के शिवराज सिंह ने नया प्रयोग किया और लोगो के घरों में पैठ जमा ली | कांग्रेस ना तो आक्रामक विपक्ष बन सकी ना लोगों को शिवराज के खिलाफ अपने पक्ष में खड़ा कर सकी | प्रदेश कांग्रेस के नेता चाहते है कि दिग्गी शुभ शुभ बोलें जिस से लोगों के बीच कम से कम सफाई देने की नौबत आये और नेताओं की उर्जा भाजपा के खिलाफ जनसमर्थन में लगे | टुकड़ों में बंटी कांग्रेस शिवराज की मामागिरी से इतनी परेशान है कि ना तो कोई बड़ा आन्दोलन कर पा रही ना ही खुद का कार्यक्रम|अगर फसलें खराब हें तो खेतों में शिवराज दिखायी दिए ,दिग्गी नहीं | किसानो ने आत्महत्या की तो शिवराज पहुंचे पचोरी नहीं| किसी के घर मौत हुई तो भी कन्धा देने वे पहुंच जाते हैं | बस ऐसे ही मौकों को भुनाते भुनाते शिवराज ने कांग्रेस के रास्ते बंद कर दिए | पिछले कुछ दिनों से यह भी नोटिस किया जा रहा है कि दिग्गी प्रदेश के लोगों की दिक्कतों के बारे में,विकास के बारे में ,कांग्रेस के बारे में ना बोल कर सिर्फ वो बोलते है जिस से विवाद की स्थिति बने वे मीडिया की खबर बनें | कहीं दिग्गी राजा की जुबान कांग्रेस का म.प्र. में अनर्थ ना कर दे इसलिए शुभ शुभ बोलो राजा जी | ........... शक्तिधर दुबे ..सतना (म.प्र .)
No comments:
Post a Comment