कहता हूँ मै इक ऐसी कहानी.
इंजीनीयरस की परेशानी,
इक इंजीनीयर की जुबानी।
कहने को तो कुछ दिन में अब,
मै भी इंजीनीयर कहलाऊँगा,
टेक्नोलाजी और साफटवेयरस के ही,
गीत सबको सुनाऊँगा,
पर दरद का ये किस्सा पुराना,
डिग्री के वास्ते खत्म हुई है मेरी जवानी।
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आपकी प्रस्तुति प्रशंसनीय है.aabhar
ReplyDeleteब्लाग जगत का अदभुत ब्लाग पे पधारे
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