19.2.11

On which search engine we should believe?



दोस्तों आप लोग इन्टरनेट का इस्तेमाल तो बखूभी करना जानते हैं और ये भी जानते हैं की इन्टरनेट लगभग बिना सर्च इंजन के अधुरा हैं ऐसा मेरा मानना हैं. आप लोग तो जानते हैं ही हैं की हमारे पास कई वैकल्पिक सर्च इंजन के प्रकार मौजूद हैं जैसे गूगल, याहू, या बिंग. इन तीनो प्रमुख सर्च इंजन का काम तो सर्च करना ही हैं परन्तु मैं अक्सर इनमे गूगल को ही चुनता था किसी भी वास्तु या चीज को चुनने के लिए. और बाकी दोनों सर्च इंजन का इस्तेमाल तभी करता था जब मुझे कोई चीज गूगल पर नहीं मिलती थी. 

ये तो बात हुई की हम इतने सारे सर्च इंजन के वैकल्पिक प्रयोग कर सकते हैं परन्तु तब क्या होगा जब ये सर्च इंजन एक दुसरे के ही रिजल्ट चुरा के दिखाए फिर तो किसी दुसरे सर्च इंजन पर जाने के तो सवाल ही नहीं उठता हैं.


ऊपर दिए गए चित्र में देखे गूगल ने बिंग पर आरोप डालते हुए कहा हैं की बिंग ने उसके सर्च रिजल्ट को कॉपी करके अपने सर्च रिजल्ट के तौर पर दिखा रहा हैं. इसके लिए गूगल ने एक स्टिंग ओप्रशन किया था जिसका नतीजा गूगल के हक़ में ही निकला मतलब की गूगल वाले सही बोल रहे हैं ऊपर दिए चित्र से तो यही साबित होता हैं.


आप क्या कहते हैं अब तो आप कोई भी सर्च इंजन का इस्तेमाल कर सकते हैं क्योंकि यहाँ तो कोई प्रतियोगिता का बाजार ही नहीं हैं क्योंकि एक दुसरे के ही रेसल्ट दिखाना हैं तो प्रतियोगिता कैसी!!!! :)

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