अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
"मन की कैद......bahut sundar lika hai aapne.
अनूठी रचना!
बहुत अच्छी चिन्तनप्रधान और सधी हुई कविता । बहुत बधाई नूतन जी !
सत्यम जी..आभार आपका..
शास्त्री जी और रामेश्वर जी..धन्यवाद
कविता का भाव-वृत्त विस्तृत है...बहुत सुन्दर...मर्मस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....
कविता अपनी पूरी परिधि के साथ बेहद प्रभावी ....
अद्भुत काव्य .....गहन सोच से भरी ...बहुमूल्य ...मर्मस्पर्शी रचना बधाई आपको ..!!
prabhawshali rachna
nutan , sundar rachna .
Lajawaab bhaav hain kavita mein ...
बहुत सुन्दर...मर्मस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....
और इस जिज्ञासु घुमक्कड को...बेहद अच्छी प्रस्तिती. मन के विषाद को आपने बखूबी चित्रित किया है. टेबलेट के फोटो पर लिखी कविता जिंदगी के इस कड़वेपन का बखूबी अनुभव दे रही है.
behad prabhaavshali aur anuthi prastuti.
अच्छी चिन्तनप्रधान कविता , नए विषय को उकेरा है | बहुत सुन्दर
"मन की कैद......bahut sundar lika hai aapne.
ReplyDeleteअनूठी रचना!
ReplyDeleteबहुत अच्छी चिन्तनप्रधान और सधी हुई कविता । बहुत बधाई नूतन जी !
ReplyDeleteसत्यम जी..आभार आपका..
ReplyDeleteशास्त्री जी और रामेश्वर जी..धन्यवाद
ReplyDeleteकविता का भाव-वृत्त विस्तृत है...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...मर्मस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....
कविता अपनी पूरी परिधि के साथ बेहद प्रभावी ....
ReplyDeleteअद्भुत काव्य .....
ReplyDeleteगहन सोच से भरी ...
बहुमूल्य ...मर्मस्पर्शी रचना
बधाई आपको ..!!
prabhawshali rachna
ReplyDeletenutan , sundar rachna .
ReplyDeleteLajawaab bhaav hain kavita mein ...
ReplyDeleteबहुत सुन्दर...मर्मस्पर्शी भावाभिव्यक्ति....
ReplyDeleteऔर इस जिज्ञासु घुमक्कड को...बेहद अच्छी प्रस्तिती. मन के विषाद को आपने बखूबी चित्रित किया है. टेबलेट के फोटो पर लिखी कविता जिंदगी के इस कड़वेपन का बखूबी अनुभव दे रही है.
ReplyDeletebehad prabhaavshali aur anuthi prastuti.
ReplyDeleteअच्छी चिन्तनप्रधान कविता , नए विषय को उकेरा है | बहुत सुन्दर
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