21.5.11

आतंकवादी गदर्भराज । part-2


आतंकवादी गदर्भराज ।
(सौजन्य-गूगल)




देश की सारी प्रमुख न्यूज़ चैनलों पर,दाउद को पकड़ने के दिलधड़क ऑपरेशन के, जारी किए गए वीडियो क्लिपिंग्स बार बार अत्यंत रोचक शैली में दिखाए जा रहे हैं..!!

हमने आजतक कभी जिनकी शक्ल भी न देखी हो,ऐसे मिलिट्री के लान्स नायक से लेकर मेजर और उससे भी उपर की रेन्क के निवृत्त आला अफ़सर तक, तथाकथित निष्णातों को पकड़-पकड़ कर कैमरे के सामने बिठा कर, आतंकवादी दाउद पकड़ा गया उस वक़्त  जल्दी सवेरे सवेरे, उस बेचारे को, हमारे कमान्डोने, चाय-नाश्ते से लेकर,  ठीक से स्नान इत्यादि करने का मौका भी, दिया होगा कि नहीं? जैसे नाज़ुक विषय पर, बार बार एक ही सवाल दोहरा के, सभी संवाददाता अपनी-अपनी चैनल के टी.आर.पी. बढ़ाने का जुगाड़ कर रहे थे..!! 

वैसे संवाददाता का इसमें क्या दोष, वे बेचारे तो बढ़ा चढ़ा कर, ऐसी चर्चा कर के, दाउद को पकड़ने के दिलघड़क `ऑपरेशन दाउद` के बारे में, हमारी जिज्ञासा का समाधान कर के, आखिर में हमारे अमूल्य ज्ञान में वृद्धि करने की भरपूर कोशिश कर रहे थे..!!

हालाँकि, हमारी सरकार ने  `ऑपरेशन दाउद`के जारी किए हुए पूरे वीडियो क्लिपिंग्स में, दाउद के बाथरूम में धो ने के लिए पड़े हुए,दाउद के चड्डी-बनियान का दृश्य लगातार दिखा कर, सचमुच दाउद स्नान इत्यादि करके, जब  चाय-नाश्ता करने बैठने ही वाला था, उसी वक़्त, हमारे कमांडो के हाथों जिंदा पकड़ा गया,इस बात को साबित करने के लिए,सभी चैनलों के संवाददाता बेताबी से प्रयत्न कर रहे थे..!!

बीच बीच में हमारे छोटे से टीवी के भीतर, छोटी-छोटी  दूसरी चार-पांच खिड़की से (Windows) झांक कर, टीवी के क्षेत्रीय संवाददाता, उनके सहयोगी कैमरामेन को,`कैमरा यहाँ घुमाना-ज़रा वहाँ घुमाना` जैसी सूचनाएँ दे कर, पूरे देश के मूख्य नगरों की अति उत्साहित जनता के आघात-प्रत्याघात तथा ढोल-नगाड़े-बाजे सहित, आनंदोत्सव के दृश्य, सारे दर्शकों को बार-बार दिखा रहे थे..!!

पर, अरे...!! ये क्या? कुछ चैनल के रिपोर्टर तो, पूर्व प्रधानमंत्री श्रीअटल बिहारी वाजपेयीजी का साक्षात्कार करने उनके निवास स्थान पर पहुँच चुके हैं..!! 

अपनी तबियत ना-दुरुस्त होते हुए भी श्रीअटल बिहारी वाजपेयीजी अपने निवास स्थान के बरामदे में, आराम कुर्सी में बैठ कर, बचे कुचे जोश के साथ, अपनी सुप्रसिद्ध कविता, "हार नहीं मानूंगा, रार नहीं ठानूंगा. काल के कपाल पर लिखता-मिटाता हूँ."ललकारते हुए, साथ-साथ श्रीलालकृष्ण आडवाणीजी के हाथों अपना मुँह भी मीठा करवा रहे हैं ..!!


एक रिपोर्टर श्रीअटलजी से सवाल कर रहा है," ये बताइए, बांग्ला देश के विजय के समय,श्रीमती इंदिरा गांधी में आप को, माँ दुर्गा के दर्शन हो रहे थे, क्या इस वक़्त `ऑपरेशन दाउद` के सफल होने पर, आज एक बार फिर,आप को श्रीमती सोनिया गांधी में, माँ दुर्गा के  दर्शन हो रहे हैं?"


रिपोर्टर का सवाल ठीक से समझने की कोशिश में, श्रीवाजपेयीजी ने अपना खुला मुँह ज्यादा देर तक खुला ही  छोड़ दिया,इसी बीच दूसरी चैनल के रिपोर्टर ने दूसरा सवाल पूछ लिया," क्या ये बात सच है कि आपके प्रधानमंत्री कार्यकाल के दौरान पाकिस्तान के साथ हुए `आगरा वार्तालाप` में  वहाँ के राष्ट्रपति परवेज़ मुशर्रफ के साथ,` वन टू वन` मिटिंग में, दाउद को पकड़ ने को लेकर,आप दोनों के बीच गुप्त समझौता हुआ था?" 

इस सवाल का जवाब देने के लिए भी श्रीवाजपेयीजी ने जैसे अपना मुँह फिर खोला, उसी वक़्त श्रीमतीसुष्मा स्वराज ने अचानक, उनके अधखुले मुँह में मिठाई का टुकड़ा रख दिया, अब किसी को खाते समय तकते रहना तो बहुत बूरी बात है..!! अतः मैंने चैनल ही बदल दिया ।


जैसे ही दूसरी चैनल पर मैंने शिवसेना प्रमुख श्रीबालासाहब और गुजरात के मुख्यमंत्री श्रीनरेन्द्र मोदीजी को देखा..!! उनका व्यू जानने के लिए, उत्सुकता वश मैं वहीं थम गया । वे दोनों एक ही सुर में, एक ही बात कह रहे थे,"हमारी केन्द्रीय सरकार को ऐसे मर्दानगी भरे कदम, बहुत समय पहले उठा लेने चाहिए थे, अमेरिका के, `ऑपरेशन ओसामा` के बाद किए गए इस `ऑपरेशन दाउद` को, सब अमेरिकन कमांडो के,`Geronimo IKEA - enemy killed in action.`कि हूबहू नक़ल ही मानेंगे..!!"


अरे..!! इसी चैनल पर अभी अभी ब्रेकिंग न्यूज़ फ्लैश हो रहा है..!! 


हुर्रियत कॉन्फ़्रेंस के चैरमेन सैयद शाह गिलानी ने कश्मीरी अवाम को, बेकसूर दाउद को तुरंत रिहा करवाने के लिए, अगले जुम्मे के दिन,`नमाज़-ए-आज़ादी` पढने के लिए आह्वान किया है?


इधर इंडिया टीवी चैनल के सर्वेसर्वा श्रीरजत शर्मा,`जनता की अदालत` में योगगुरु बाबा श्रीरामदेवजी पर आरोप थोप रहे हैं," आप हर वक़्त वर्तमान सरकार की टीका टिप्पणी करते हैं, सरकार के ऐसे साहसिक कदम के बारे में अब आप क्या कहेंगे?"

यह सुनकर, बाबा अपने पेट के नाभी वाले हिस्से को,  पीछे  मेस्र्रज्जु तक धकेल कर, पेट को श्रीरजतजी के सामने गोल-गोल घुमाते हुए, गोल-मोल उत्तर देते हैं,

" देखिए..सुनिए..आप ही बताइए..!! ये सरकार कितनी बड़ी निकम्मी और नाकारा है..!! मैं,  चलन से  अधिकतम मूल्य की नोट रद्द करने की उनसे माँग करता हूँ, तो ये लोग देखो, तीस जुन २०११ से `चवन्नी` रद्द करने का एलान कर देते हैं? भ्रष्टाचार मिटाने का हमारा लक्ष्य इस तरह पूरा हो पाएगा क्या? दाउद तो पकड़ा गया,पर उसकी मदद से, हमारे भ्रष्ट नेताओं ने, फोरेन की बैंकों में, जो साढे चार ह..ज़ा..र करोड़ रुपया जमा किया है उसे वापस लाना अभी बाकी हैं ना..हैं..ई..हैं..ई..हैं..ई?


दोस्तों, अब आगे? आप पढ़ते-पढ़ते थक गए क्या? आगे और भी है..!! 

आतंकवादी गधे की  ख़्वाबिया फॉबिया कहानी और पाकिस्तान के प्रत्याघात का अंतिम रोचक हिस्सा..कल इसी स्थान पर..!!
तो फिर मिलते हैं कल..!!

जय..जय..माँ दुर्गा..!! 

जय..जय..हिन्दुस्तान..!! 

जय..जय विद्वान पाठकश्री..!!

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मेरा ब्लॉग-

मार्कण्ड दवे । दिनांकः २०-०५-२०११.

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