21.7.11

स्वदेशी होना है तो दाल , छोले , राजमा, काजू, बादाम खाना छोड दो ,


स्वदेशी बन कर दिखाओ

क्या आपको पता है आज के समय में स्वदेशी होना कितना मुश्किल है :

और चीजें तो छोडो ,  निचे दिखाए अनाज,  और भी  बहुत  से ,  हम विदेशों से, (चीन से भी) माँगा कर खाते हैं.

विदेशों से मंगाने से , हमारे किसानों ने इन्हें उगाना कम कर दिया, और हम रोटी -डाल के लिए भी विदेशों के मोहताज हो रहे हैं.

इम्पोर्ट पोलिसी बनाना किसका काम है , हमारी प्यारी-दुलारी ईमानदार सरकार का , यदि इम्पोर्ट बंद कर देंगे तो विदेशी लॉबी से मिलने वाला धन बंद हो जायेगा.

में पिछले ३० वर्षों से विदेश व्यापार में लिप्त हूं , और ऐसी बातें रोज सामने आती हैं. पर भड़ास अभी पता चला है . इसलिए आपसे शेयर कर रहा हूं.




Kidney Beans

Red Kidney Bean

Mung Green Beans

Purple SKB

Navy Bean

Black Eye Bean

Black Mapte

Kabuli Chcikpea

Pigeon Pea

brown chickpeas

Peas

Lentil

cowpeas


garlic

cashew

Almonds

Spices



3 comments:

  1. धन्यवाद् ऐसी उम्दा जानकारी के लिए.हमने तो अभी कल ही राजमा खाई है अब आप ने ये जानकारी दी है तो हो सकता है की आगे से हम राजमा को घर में ही न लायें आभार

    ReplyDelete
  2. पर दाल छोले और काजू बादाम का क्या करें ये तो हमारे जीवन में बहुत बुरी तरह से शामिल हैं छोले तो धार्मिक अवसरों पर विशेष महत्व रखते हैं.

    ReplyDelete
  3. माननीय शालिनी जी ,

    टिप्पणी के लिए कोटिशः धन्यववाद ,

    ब्लॉग के लिए टिप्पणी ऐसे है जैसे तालियों की गडगडाहट .

    अब आप कट्टर हो रहीं हैं

    वैसे ऐसा जरुरी नहीं कि जो छोले राजमा आपके घर आये हों वो इम्पोर्टेड ही हों अपने यहाँ भी पैदा होता है .

    कर स्कूटर,बस हवैजहज का क्या करेंगी , वो भी तो इम्पोर्टेड है.

    आप कहाँ तक गिनायु .

    विनीत
    अशोक गुप्ता
    दिल्ली

    ReplyDelete