आ अब लोट चलें , बाहें बिछाये तुझको पुकारे देश तेरा,
A delegation from Indian Congress Party USA at the Memorial Sloan-Kettering Cancer Center in New York on Saturday. Believing that Congress president Sonia Gandhi had undergone surgery there, they wished her a speedy recovery.
कांग्रेस की चाबी और देश की भाभी ,
अब आ भी जाओ सकुशलआपको बहुत मिस किया देश के सभी चैनेलों ने.
आप नहीं थीं तो उस बुड्ढे ने तो कब्ज़ा ही कर लिया था सारे चैनलों पर , और मजबूरी में , हम भी देख देख कर बोर हो गए थे .
और इस ठाकुर की फोज ने तो केस बिगाड़ ही दिया था , अगर बीमारी में भी आपने न संभाला होता.
आखिर हमारी व् देश के बच्चे बच्चे की प्रार्थना रंग लायी , और आप की इंतज़ार में आँखे पथराई .
बस अब बहुत हो गया.
और इस ठाकुर की फोज ने तो केस बिगाड़ ही दिया था , अगर बीमारी में भी आपने न संभाला होता.
आखिर हमारी व् देश के बच्चे बच्चे की प्रार्थना रंग लायी , और आप की इंतज़ार में आँखे पथराई .
बस अब बहुत हो गया.
और ये कृतघ्न देश , राजीव गाँधी के हत्यारों को फांसी भी नहीं देना चाहता .
आपने इस देश को अपनाया , वर्ना हमारा , कांग्रेस का , और इस देश का क्या होता !
सोच कर भी डर लगता है , राहुल बाबा की शादी भी नहीं हुई , कम से कम शादी ब्याह करके, पोते पोती का मुहं देख लो ,
एक बार ताजपोशी देख लो , फिर चाहे जहाँ रहना , बस इस अबोध जनता पर अपना वरद हस्त रखना .
इस ब्लॉग पर एक टिपण्णी आई , और मैंने उस पर भी भड़ास निकाल दी . देखिये आपका मनोरंजान होगा :
ye to ek chalan ban gaya hai blog jagat me sonia ,rahul ki ninda .isliye koi vishesh bat nahi.aalekh achchha hai.
आदरणीय कौशिक जी ,
खिसियाई जनता निंदा के अलावा कर भी क्या सकती है .
पर इस लेख में तो निंदा नहीं है, चापलूसी को निंदा कैसे कह सकते हैं.
लेख की प्रशंशा के लिए धन्यवाद,
मेरा उद्देश्य तो भड़ास निकलना ही है , वरन इन लेखों से क्या बनना बिगाडना है .
न नेताओं का , न जनता का, दोनों ही नंगे हैं.
फिर भी धन्यवाद .
अशोक गुप्ता
खिसियाई जनता निंदा के अलावा कर भी क्या सकती है .
पर इस लेख में तो निंदा नहीं है, चापलूसी को निंदा कैसे कह सकते हैं.
लेख की प्रशंशा के लिए धन्यवाद,
मेरा उद्देश्य तो भड़ास निकलना ही है , वरन इन लेखों से क्या बनना बिगाडना है .
न नेताओं का , न जनता का, दोनों ही नंगे हैं.
फिर भी धन्यवाद .
अशोक गुप्ता
ye to ek chalan ban gaya hai blog jagat me sonia ,rahul ki ninda .isliye koi vishesh bat nahi.aalekh achchha hai.
ReplyDeleteआदरणीय कौशिक जी ,
ReplyDeleteखिसियाई जनता निंदा के अलावा कर भी क्या सकती है .
पर इस लेख में तो निंदा नहीं है, चापलूसी को निंदा कैसे कह सकते हैं.
लेख की प्रशंशा के लिए धन्यवाद,
मेरा उद्देश्य तो भड़ास निकलना ही है , वरन इन लेखों से क्या बनना बिगाडना है .
न नेताओं का , न जनता का, दोनों ही नंगे हैं.
फिर भी धन्यवाद .
अशोक गुप्ता
आप नहीं थी तो बुढ्ढे ने कब्जा ही कर लिया था सारे चैनलों पर। वाह आनन्द आ गया।
ReplyDeleteधन्यवाद अजित जी,
ReplyDeleteअंत भला सो भला ,
बुढ्ढे की जान भी बच गयी , और मनोरंजन भी खूब रहा.
दासानुदास