31.8.11

अब आ भी जाओ ,


आ अब लोट चलें , बाहें बिछाये तुझको पुकारे देश तेरा,

A delegation from Indian Congress Party USA at the Memorial Sloan-Kettering Cancer Center in New York on Saturday. Believing that Congress president Sonia Gandhi had undergone surgery there, they wished her a speedy recovery.

A delegation from Indian Congress Party USA at the Memorial Sloan-Kettering Cancer Center in New York on Saturday. Believing that Congress president Sonia Gandhi had undergone surgery there, they wished her a speedy recovery.

     

    

कांग्रेस की चाबी और देश की भाभी ,
अब आ भी जाओ सकुशलआपको बहुत मिस किया देश के सभी चैनेलों ने.

आप नहीं थीं तो उस बुड्ढे ने तो कब्ज़ा ही कर लिया था सारे चैनलों पर , और मजबूरी में , हम भी देख देख कर बोर हो गए थे .

और इस ठाकुर की फोज ने तो केस बिगाड़ ही दिया था , अगर बीमारी में भी आपने न संभाला होता.

आखिर हमारी व् देश के बच्चे बच्चे की प्रार्थना रंग लायी , और आप की इंतज़ार में आँखे पथराई .

बस अब बहुत हो गया.



और ये कृतघ्न देश , राजीव गाँधी के हत्यारों को फांसी भी नहीं देना चाहता . 

आपने इस देश को अपनाया , वर्ना हमारा , कांग्रेस का , और इस देश का क्या होता ! 

सोच कर भी डर लगता है , राहुल बाबा की शादी भी नहीं हुई , कम से कम शादी ब्याह करके, पोते पोती का मुहं देख लो , 

एक बार ताजपोशी देख लो , फिर चाहे जहाँ रहना , बस इस अबोध जनता पर अपना वरद हस्त रखना . 

      

इस ब्लॉग पर एक टिपण्णी आई , और मैंने उस पर भी भड़ास निकाल दी . देखिये आपका मनोरंजान होगा : 


Blogger शालिनी कौशिक said...

ye to ek chalan ban gaya hai blog jagat me sonia ,rahul ki ninda .isliye koi vishesh bat nahi.aalekh achchha hai.
31/8/11 11:43 PM


Blogger I and god said...

आदरणीय कौशिक जी ,

खिसियाई जनता निंदा के अलावा कर भी क्या सकती है .

पर इस लेख में तो निंदा नहीं है, चापलूसी को निंदा कैसे कह सकते हैं.

लेख की प्रशंशा के लिए धन्यवाद,

मेरा उद्देश्य तो भड़ास निकलना ही है , वरन इन लेखों से क्या बनना बिगाडना है .

न नेताओं का , न जनता का, दोनों ही नंगे हैं.

फिर भी धन्यवाद .

अशोक गुप्ता
1/9/11 12:45 AM

4 comments:

  1. ye to ek chalan ban gaya hai blog jagat me sonia ,rahul ki ninda .isliye koi vishesh bat nahi.aalekh achchha hai.

    ReplyDelete
  2. आदरणीय कौशिक जी ,

    खिसियाई जनता निंदा के अलावा कर भी क्या सकती है .

    पर इस लेख में तो निंदा नहीं है, चापलूसी को निंदा कैसे कह सकते हैं.

    लेख की प्रशंशा के लिए धन्यवाद,

    मेरा उद्देश्य तो भड़ास निकलना ही है , वरन इन लेखों से क्या बनना बिगाडना है .

    न नेताओं का , न जनता का, दोनों ही नंगे हैं.

    फिर भी धन्यवाद .

    अशोक गुप्ता

    ReplyDelete
  3. आप नहीं थी तो बुढ्ढे ने कब्‍जा ही कर लिया था सारे चैनलों पर। वाह आनन्‍द आ गया।

    ReplyDelete
  4. धन्यवाद अजित जी,
    अंत भला सो भला ,

    बुढ्ढे की जान भी बच गयी , और मनोरंजन भी खूब रहा.

    दासानुदास

    ReplyDelete