अलसी के गुणों पर आधुनिक चिकित्सा विज्ञान द्वारा कई शोध किये गये हैं। अभी हाल ही में सैन डियागो, अमेरिका में अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन का वार्षिक सम्मेलन हुया था। 24 जून, 2011 को सम्मेलन में डा. एनड्रिया की टीम द्वारा प्रस्तुत शोध में यह बताया गया कि यदि प्रतिदिन 20 ग्राम अलसी खायी जाये, तो यह डायबिटीज होने की संभावना को रोक जा सकता है। यदि आपकी निराहार रक्तशर्करा 100 से 125 मिली ग्राम एवं खाने के दो घंटे बाद की 140 से 200 मिलीग्राम के बीच रहती है, तो आपको डायबिटीज होने की ज्यादा संभावना रहती है। इस अवस्था को प्री-डायबिटीज कहते हैं। प्री डायबिटीज की अवस्था डायबिटीज के दुष्परिणामों के होने की संभावना में उतनी ही खतरनाक है, जितनी कि डायबिटीज की अवस्था है। यदि आप रोज 20 ग्राम अलसी खाने लगें तो ये तो रक्तशर्करा नियंत्रित होने लगती है और इंसुलिन की संवेदनशीलता बढ़ जाती है। यह खुलासा डा. एनड्रिया की टीम ने अमेरिका में हुए नये शोध में किया है।
Dr. N.K.Singh, DirectorDiabetes and Heart Research Centre, Dhanbad
Website : http://www.dhrcindia.com/
Ex-Secretary, Association of Physicians of India, Jharkhand.
Executive member of cardio logical society of India, Jharkhand
Edited Millennium Book of Medicine – 2000
He has organised many scientific seminars in Dhanbad, for which now Dhanbad is recognised at national level. He has also organised historical BAPICON - 2000 & JACSICON 04
Received WHO - Fellowship at Bangkok, Thialand in 2001
He received Prestigious ICP fellowship in 2000 at Jaipur
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