भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
17.10.11
जानते हुए भी मैंने प्यार किया, यह अलग बात है!!
हद कर दी यूँ दूर रहकर,
मै फिर भी हद से न गुज़रा यह अलग बता है !
अब और कितना गम सहूँ तुझसे दूर होने का?
अब तलक सहता रहा यह अलग बात है !!
सोचा न था तेरे प्यार में तडपना पड़ेगा,
इतना तड़प होने के बाद पता चला यह अलग बात है!
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