भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
15.12.11
ताउम्र कोसता रहेगा , हाथ लकीरों को :(
" अल्फ़ाज़ - ज़ो पिरोये मनसा ने ": ताउम्र कोसता रहेगा , हाथ लकीरों को :(
No comments:
Post a Comment
‹
›
Home
View web version
No comments:
Post a Comment