भड़ास blog
अगर कोई बात गले में अटक गई हो तो उगल दीजिये, मन हल्का हो जाएगा...
1.1.12
पैसा - प्यार
[कविता ]
* पैसा
प्यार नहीं खरीद सकता ,
पैसा
सब कुछ खरीद रहा है ।
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