डर्टी विडियो विधानसभा में बैठकर देखने वाले कर्नाटक के तीन मंत्रियों ने यूं तो इस्तीफा देकर विवाद को शांत करने का काम किया है। पार्टी ने भी उनकी करतूत को शर्मनाक करार दिया है, एक महोदय महिला बाल विकास मंत्री थे। ऐसे लोगों को भी कमी नहीं है जो इस हरकत को जायज ठहरा रहे हैं। इसे उनकी निजी जिंदगी का मजा बता रहे हैं। निजता एकांत की ही अच्छी होती है। तर्क चाहे जो भी दिया जाये माननीयों की करतूत को क्या सही ठहराया जा सकता है? वह विधानसभा में बैठकर एक लुफ्त उठा रहे थे। विधानसभा उनकी निजी प्रापर्टी नहीं थी। ऐसा स्थान था जहां जनता की समस्याओं को उठाया जाता है। जनता जिताकर उन्हें इसीलिए वहां भेजती है। ऐसी जगह पर अपनी अनोखी ख्वाहिश का प्रदर्शन करके करके पता नहीं वह कौन सा आदर्श प्रस्तुत कर रहे थे। धन्य हो मंत्री जी!...............
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