हरवंश सिंह की उपस्थिति में एक इंका नेता बैठक में राहुल गांधी के विरोध में बोलते रहा और सभी चुपचाप सुनते रहे
अब इसे क्या कहा जाये? कुछ समझ में नहीं आता लेकिन इतना तो कह ही सकते हैं कि पांच बार से लगातार विधानसभा का चुनाव भाजपा को जिताने का खामियाजा ही इस रूप में किसानों को चुकाना पड़ा हैं।कांग्रेस की बैठक में जिले के इकलौते इंका विधायक हरवंश सिंह कर उपस्थिति में एक इंका नेता भाषण सुर्खियों मेंबना हुआ हैं।इस भाषण की चर्चा के साथ कई इंका नेता चटखारे लेकर यह कहने से भी नहीं चूक रहें हैं कि जिले में हरवंश सिंह के अलावा कांग्रेस के बड़े से बड़े नेता की आलोचना की जा सकती है। पूरे देश में जहां कांग्रेसजन राहुल गांधी में अपना भविष्य देख रहें हैं वहीं सिवनी में जिले के कांग्रेसी नेताओं की उपस्थिति में उनकी आलोचना होना और सभी का चुप रह जाना अत्यधिक आश्चर्य का विषय हैं। कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में बसोरी सिंह दोनों कांग्रेस विधायक हरवंश सिंह और नर्मदा प्रजापति के क्षेत्र मे चुनाव हारे थे और जिले के लखदौन क्षेत्र ने उन्हें इतनी भारी बढ़त दिलायी थी।लेकिन इसके बाद भी जिताने वाले आदिवासी क्षेत्र के साथ एक आदिवासी नेता का ऐसा सौतेला व्यवहार सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।लेकिन इस क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने कभी लाल बत्ती का सुख देखा ही नहीं था। भाजपा प्रत्याशी के रूप में केवलारी से पिछलाचुनाव लड़नेवाले डॉ. बिसेन को लाल बत्ती मिलने से पिछले 36 साल से एपेक्षित भाजपा कार्यकर्त्ताओं में एक विशेष उत्साह देखा जा रहा हैं। “
राहुल गांधी की ही आलोचना हो गयी पहली बैठक में-अब इसे क्या कहा जाये? कुछ समझ में नहीं आता लेकिन इतना तो कह ही सकते हैं कि पांच बार से लगातार विधानसभा का चुनाव भाजपा को जिताने का खामियाजा ही इस रूप में किसानों को चुकाना पड़ा हैं। हाल ही में जिले के किसान भारी ओला वृष्टि के कारण परेशान हैं। सिवनी विधानसभा के छिंदवाड़ा जिले की सीमा से लगे गांव पीपरडाही से लेकर बम्होड़ी तक की पट्ठी बुरी तरह प्रभावित हुयी हैं। लेकिन जब किसानपुत्र मुख्यमंत्री शिवराज सिंह द्वारा नियुक्त जिले के पालनहार प्रभारी मंत्री नाना भाऊ जब ओला पीड़ितों की सुध लेने आये तो उनके जारी शासकीय कार्यक्रम में रास्ते में ही पड़ने वाले इन गांवों का दौरा शामिल नहीं था। वे सिवनी सर्किट हाउस में रुक कर केवलारी विधानसभा क्षेत्र के धनोरा विकासखंड़ के हिस्से में हुयी ओला वृष्टि से क्षतिग्रस्त फसलों का मुआयना करेंगें। यहां यह उल्लेखनीय है कि केवलारी विस उपाध्यक्ष हरवंश सिंह का क्षेत्र हैं जहां वे पहले ही दौरा कर चुके हैं। जबकि सिवनी भाजपा के प्रदेश महिला मोर्चे की अध्यक्ष नीता पटेरिया का क्षेत्र हैं।
राहुल गांधी की ही आलोचना हो गयी पहली बैठक में-कांग्रेस की बैठक में जिले के इकलौते इंका विधायक हरवंश सिंह कर उपस्थिति में एक इंका नेता भाषण सुर्खियों मेंबना हुआ हैं।इस भाषण की चर्चा के साथ कई इंका नेता चटखारे लेकर यह कहने से भी नहीं चूक रहें हैं कि जिले में हरवंश सिंह के अलावा कांग्रेस के बड़े से बड़े नेता की आलोचना की जा सकती हैं जिसे सभी कांग्रेसी मौन रह कर सुनते रहतें हैं। बताया जा रहा है कि नव गठित जिला कांग्रेस कमेटी की पहली बैठक में कुछ बातें बड़ी ही रोचक रहीं। सबसे पहले तो हुआ यह कि जब हरवंश सिंह बैठक में पहुचे तब उन्होंने अपने ब्रीफ केस से निकाल कर उपस्थित सभी पदाधिकारियों और सदस्यों को बैठक का ऐजेन्डा वितरित किया। साथ ही सभी पदाधिकारियों की एक सूची भी भी बांटी। इससे पहले किसी भी इंका नेता को यह नहीं मालूम था कि बैठक का ऐजेन्डा क्या हैं? और किन विषयों पर चर्चा की जाना हैं? इसके बाद सभी ने अपना अपना परिचय दिया। इसके बाद नेताओं के भाषणों का दौर हुआ। इसी क्रम में जब धनौरा ब्लाक के नेता और नव नियुक्त महामंत्री मुकेश जैन ने अपना भाषण शुरू किया तो सभी भौंचक रह गये। पहले तो उन्होंने पिछले लंबे समय से कांग्रेस की निष्क्रियता पर बोलते हुये कांग्रेस के मोर्चा संगठनों को भी आड़े हाथों लिया और यह सवाल दागा कि जो नेता मोर्चा संगठनों में नकारा साबित हो चुके हैं उन्हें फिर पदों पर क्यों बिठाया गया? यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि कांग्रेस ेसवादल दल के अध्यक्ष पद पर रजनीश सिंह पिछले लगभग दस सालों से जमे हुये हैं और हाल ही में उन्हें जिला कांग्रेस का महामंत्री बनाया गया हैं। इसके अलावा भी कुछ ऐसे ही नेताओं को पदाधिकारी बनाया गया हैं। मोर्चा संगठनों की आलोचना करते करते मुकेश जैन ने युवक कांग्रेस के वर्तमान स्वरूप पर बात करते हुये कांग्रेस महासचिव राहुल गांधी की कार्यप्रणाली पर भी सवाल दागते हुये उनकी आलोचना भी की तो सभी भौंचक रह गये लेकिन हरवंश सिंह को चुप चाप सुनते देख सभी चुप ही रहे। पूरे देश में जहां कांग्रेसजन राहुल गांधी में अपना भविष्य देख रहें हैं वहीं सिवनी में जिले के कांग्रेसी नेताओं की उपस्थिति में उनकी आलोचना होना और सभी का चुप रह जाना अत्यधिक आश्चर्य का विषय हैं। बैठक में युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय समन्वयक राजा बघेल सहित सभी प्रदेश प्रतिनिधि भी शामिल थे। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि परिसीमन के बाद के बाद हरवंश सिंह के केवलारी विस क्षेत्रमें धनोरा ब्लाक का एक हिस्सा भी शामिल हो गया हैं जिसमें मुकेश जैन भी अपना प्रभाव रखतें हैं। इसके अलावा एक तथ्य और उल्लेखनीय है कि संगठन चुनाव में मुकेश जैन कोधनौरा ब्लाक कांग्रेस कमेटी का र्निविरोध अध्यक्ष चुना गया था। लेकिन जब ब्लाक अध्यक्षों की घोषणा हुयी तो उनके स्थान पर तिवड़ी लाल उइके को अध्यक्ष घोषित कर दिया गया। हालांकि अब उन्हें जिले का महामंत्री बना दिया गया हैं लेकिन एक दर्जन महामंत्रियों में शामिल किये जाने से शायद नागवार गुजर रहा हैं।
बसोरी का सौतेला व्यवहार चर्चित-सिवनी जिले की दो विधानसभा क्षेत्रों के सांसद हैं कांग्रेस के बासेरी सिंह मरकाम। ये विस क्षेत्र हैं केवलारी और लखनादौन। केवलारी से इंका विधायक हरवंश सिंह हैं तो लखनादौन से भाजपा की शशि ठाकुर हैं। मंड़ला संसदीय क्षेत्र में ही नरसिंहपुर जिले का गोटेगांव विधानसभा क्षेत्र आता हैं जहां से कांग्रेस के नर्मदा प्रजापति मंत्री हैं जो कि दस साल तक कांग्रेस सरकार में मंत्री रह चुके हैं। सांसद बसोरी सिंह ने अभी तक के अपने कार्यकाल में सांसद निधि से जो राशि वितरित की हैं उसके आंकड़े भी कम चौंकाने वाले नहीं हैं। उन्होंने केवलारी क्षेत्र में 62 लाख गोटेगांव में 48 लाख और लखनादौन क्षे़त्र में 14 लाख रु. अब तक दिये हैं। यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं मंड़ला लोकसभा क्षेत्र में 6 भाजपा के विधायक हैं और कांग्रेस के दो हैं। कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में बसोरी सिंह दोनों कांग्रेस विधायक हरवंश सिंह और नर्मदा प्रजापति के क्षेत्र में चुनाव हारे थे और जिले के लखदौन क्षेत्र ने उन्हें इतनी भारी बढ़त दिलायी थी कि वे सीधे पहुंचने में कामयाब हो गये। लेकिन इसके बाद भी जिताने वाले आदिवासी क्षेत्र के साथ एक आदिवासी नेता का ऐसा सौतेला व्यवहार सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ हैं।
बिसेन को लाल बत्ती मिलने से छत्तीस सालों से उपेक्षि भाजपाइयों में उत्साह -प्रदेश की शिवराज सरकार ने चुनाव के पहले शिव की नगरी सिवनी केा एक लाल बत्ती और दे दी हैं।जिले के वरिष्ठ भाजपा नेता और पूर्व मंत्री डॉ. ढ़ालसिंह बिसेन को प्रदेश के वित्त आयोग का अध्यक्ष बनाया गया हैं। पदभार ग्रहण करते समय जिले की केवलारी और बरघाट क्षेत्र के सभी महत्वपूर्ण नेता शामिल हुये थे। इसके अलावा प्रदेश के वित्त मंत्री राधव जी,सांसद सुमित्रा महाजन,पूर्व केन्द्रीय मंत्री फग्गन सिंह कुलस्ते सहित कई प्रदेश के कई कद्दावर भाजपा नेता भी मौजूद थे। डॉ. बिसेन की इस नियुक्ति से जिले के भाजपायी और विशेषकर केवलारी क्षेत्र के कार्यकर्त्ताओं में भारी उत्साह हैं। यहां यह विशेष रूप से उल्लेखनीय हैं कि केवलारी क्षेत्र के कांग्रेस के कार्यकर्त्ता तो बीते बीसों साल से उत्साहित रहते रहे हैं। पहले क्षेत्र की विधायक विमला वर्मा लगभग 23 साल मंत्री रहीं। फिर 19993 से 2003 तक हरवंश सिंह मंत्रीमंड़ल में रहे और फिर 2008 से विस उपाध्यक्ष के रूप में लाल बत्तीधारी हैं। लेकिन इस क्षेत्र के भाजपा कार्यकर्त्ताओं ने कभी लाल बत्ती का सुख देखा ही नहीं था। भाजपा प्रत्याशी के रूप में केवलारी से पिछलाचुनाव लड़नेवाले डॉ. बिसेन को लाल बत्ती मिलने से पिछले 36 साल से एपेक्षित भाजपा कार्यकर्त्ताओं में एक विशेष उत्साह देखा जा रहा हैं।
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