भूल गए हम सा-रा-रा-रा या जोगीरा की बोली ;
हू ला ला करते जब आयी विद्या बालन की होली ।
पता चला होगा अब तुमको , जानम , कैसी थी चूंटी;
तेरी किस्मत गयी जाग , तुम भले रहो मुझसे रूठी ।
ले ले तेरा नाम झूमती हम दीवानों की टोली ।
हू ला ला करते जब aayee विद्या बालन की होली ॥
कभी नैन से भंग पिला दो तब तेरा गुणगान करूँ ;
कभी अंग से अंग मिला दो , थिरक -थिरक तूफ़ान करूँ ।
chipak gayee aise dil se jaise daaman se cholee .
hoo la la karte jab aayee Vidya Balan kee holee ..
डॉ.साहब
ReplyDeleteखुशकिस्मत हो जो विद्या बालन के साथ होली खोले हो। बहुत अच्छा व्यंग है। बधाई।
Dhanyawaad ! Dr O P Vermajee , Holi kee shubhakaamanaayen !
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