6.9.12

पगथिया: कोयला

पगथिया: कोयला:  देश लुटते है।  फिरंगी की भाषा, सफेद जक्क कपड़े, चापलूसी बोली, नफ्फट , बेशर्म , वादा और भरोसा सरेआम तोड़ते हैं। मकसद है इनका चल द...

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